scriptबड़ी खबर : अयोध्या के प्रसिद्ध शक्तिपीठ छोटी देवकाली मंदिर में सिंदूर चढ़ाए जाने पर लगा प्रतिबंध | Navratri started in Ayodhya amidst covid protocol | Patrika News

बड़ी खबर : अयोध्या के प्रसिद्ध शक्तिपीठ छोटी देवकाली मंदिर में सिंदूर चढ़ाए जाने पर लगा प्रतिबंध

locationअयोध्याPublished: Apr 13, 2021 01:41:38 pm

Submitted by:

Satya Prakash

covid प्रोटोकॉल के तहत अयोध्या में शुरू हुआ चैत्र नवरात्र सोशल डिस्टेंस से मठ मंदिरों में अरोरा पूजन अर्चन

अयोध्या के प्रसिद्ध शक्तिपीठ छोटी देवकाली मंदिर में सिंदूर चढ़ाए जाने पर लगा प्रतिबंध

अयोध्या के प्रसिद्ध शक्तिपीठ छोटी देवकाली मंदिर में सिंदूर चढ़ाए जाने पर लगा प्रतिबंध

पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क
अयोध्या. कोविड-19 प्रोटोकॉल के बीच चैत्र नवरात्रि का आरंभ हो गया है। इस दौरान अयोध्या के शक्तिपीठों पर मास्क लगाकर ही प्रवेश दी जा रही है और सोशल डिस्टेंस के तहत भी दर्शन पूजन का कार्य किया जा रहा है वही अयोध्या के प्रमुख शक्तिपीठ छोटी देवकाली मंदिर पर बड़ी संख्या में देवी भक्त दर्शन पूजन कर रहे हैं लेकिन मंदिर प्रशासन ने इस दौरान प्रसाद चढ़ाए जाने के साथ चंदन, सिंदूर व चरणामृत रोक लगा दिया है।
Cobid-19 महामारी को लेकर जहां मंदिरों में दर्शन पूजन पर रोक लगा दिया गया था तो वहीं एक बार फिर बढ़ते महामारी को देखते हुए धार्मिक स्थलों पर दर्शन पूजन के लिए प्रदेश सरकार ने गाइडलाइन जारी की है। के तहत आज से प्रारंभ हुए चैत्र नवरात्र पर मठ मंदिरों व शक्तिपीठों पर दर्शन पूजन कराया जा रहा है तो वहीं अयोध्या के प्रसिद्ध पीठ मां छोटी देवकाली मंदिर पर बड़ी संख्या में देवी भक्त दर्शन पूजन के लिए पहुंचे हैं जहां सोशल डिस्टेंस के साथ ही दर्शन कराया जा रहा है तो वही श्रद्धालुओं द्वारा दिए जा रहे प्रसाद नहीं चढ़ाया जा रहा तो वही मंदिरो की परिक्रमा को भी बंद कर दिया गया है साथ ही देवी मंदिरों में मिलने वाले चरणामृत व माथे पर लगाए जाने वाले सिंदूर को भी प्रतिबंधित कर दिया है जिससे कोविड-19 से बचाव किया जा सके।
मां छोटी देवकाली मंदिर के पुजारी अजय द्विवेदी ने बताया कि को भी प्रोटोकाल के तहत ही मंदिरों में दर्शन पूजन का कार्य किया जा रहा है आने वाले श्रद्धालुओं को मास्क लगाकर ही प्रवेश कराए जाने का अनुरोध किया गया है इसके साथ ही लोग भी सोशल डिस्टेंस के साथ पंक्तिवद दर्शन पूजन कर रहे हैं तो वही बताया कि मंदिर में परिक्रमा पर रोक लगा दी गई है इसके साथ ही ना ही प्रसाद चढ़ाया जा रहा है और ना ही किसी भी तरह का प्रसाद दिया जा रहा है यहां तक महिलाओं को दिए जाने वाले सिंदूर पर भी रोक लगा दी गई है।

ट्रेंडिंग वीडियो