बृद्ध की मौत पर नाराज हुए लोग अयोध्या कोतवाली के निकट स्थित राज सदन के सामने एक वृद्ध की मौत हो गई जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने पंचनामा कर शव को अंतिम संस्कार के लिए भेजा है। स्थानीय लोगों के अनुसार राज सदन के सामने लगभग 15 वर्षों से ज्यादा से निवास करने वाले 1 व्रद्ध व्यक्ति की मौत हो गयी है। जबकि नगर निगम के द्वारा दावा किया जा रहा है 9 जगहों पर पूरे अयोध्या नगर निगम क्षेत्र में 200 व्यक्तियों के क्षमता का रैन बसेरा संचालित हैं। और 500 जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है मगर यह सब कागज पर ही सीमित हैं।
नगर निगम के अधिकारियों ने की सही व्यवस्था अयोध्या में असहाय और गरीब लोगों की मौतों पर अंतिम संस्कार करने वाले राम की पैड़ी के क्षेत्र के पार्षद महेंद्र शुक्ला ने कहा कि एक भिक्षा मांग कर जीवन यापन करने वाले वृद्ध जो कि लगभग 15 वर्षों से इस स्थल पर रहते थे। ठंड के कारण इनकी मृत्यु हो गई है। पार्षद महेंद्र शुक्ला का आरोप है कि पूर्व में जिस तरह से रैन बसेरे बनाए जाते थे। इस वर्ष उस तरह से रैन बसेरों का निर्माण नही हुआ ना ही अलाव की व्यवस्था हुई। कहा है कि रैन बसेरों में आधार कार्ड आवश्यक कर दिए जाने की वजह से लोगों को ठंड से निजात नहीं मिल पा रही है जिसके कारण घाटों पर सड़कों के किनारे ऐसे गरीब और असहाय लोग पड़े रहते हैं जिनका ठंड के कारण मृत्यु हो रही है।
अधिकारियों ने 500 स्थानों अलाव जलाने का कर है दावा वहीं नगर निगम के अपर नगर आयुक्त शक्ति भूषण राय ने बताया कि संपूर्ण नगर निगम क्षेत्र में 200 व्यक्तियों की क्षमता वाले नौ रैन बसेरे संचालित हैं साथ ही नगर निगम का का दावा है कि पूरे नगर निगम क्षेत्र में 500 जगहों पर अलाव जलवाए जा रहे हैं जिससे की आम जनमानस को ठंड से निजात मिल सके साथ ही नगर निगम के अपर नगर आयुक्त का दावा है कि मानवीय आधार पर आधार कार्ड की अनिवार्यता में शिथिलता बरती जाती है।