86 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण का खाका तैयार योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए प्रदेश सरकार ने 86 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण का खाका तैयार किया है। साथ ही ग्राम सभा क्षेत्र के 260 किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने जिला प्रशासन से 15 दिन में जवाब मांगा है।
प्रदेश सरकार की ओर से आयोजित दूसरे दीपोत्सव के दौरान ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अयोध्या में भगवान राम की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा लगाए जाने की घोषणा की थी। इसके लिए शासन प्रशासन स्तर पर रामनगरी के मीरापुर द्वाबा क्षेत्र को चिन्हित किया गया था। मुख्यमंत्री खुद अधिकारियों संग इस जगह को देखने गए थे। प्रदेश सरकार ने इसके लिए 447.46 करोड़ रुपये भी मंजूर कर दिए थे। लेकिन बाद में तकनीकि व अन्य दिक्कतों के कारण प्रतिमा का स्थान बदलना पड़ा। योजना के लिए जमीन अधिग्रहण के मद में शासन ने रकम का आवंटन कर दिया और जिला प्रशासन ने चिन्हित जमीनों की किसानों से अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू कर दी। क्षेत्रीय निवासियों और किसानों ने जमीन अधिग्रहण किए जाने का विरोध किया। हालांकि इसी दौरान निर्माण को लेकर आ रही तकनीकी दिक्कतों को लेकर हाई लेवल कमेटी बनाई गई तो कमेटी ने फोरलेन सरयू पुल और रेलवे पुल के बीच श्री राम की प्रतिमा के स्थापना के प्रोजेक्ट को मंजूर नहीं किया। इसके बाद आनन फानन में योगी सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना को पूरा करने के लिए रामनगरी में आसपास की जमीनों में तलाश का काम पूरा हुआ।