राम नवमी के दिन शुरू हो सकता है मंदिर का निर्माण, शिलान्यास में शामिल होंगे पीएम मोदी
– श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य स्वामी गोविंद देवगिरी महाराज ने मंदिर निर्माण की तारीख के बारे में बताया
– प्रयागराज में होगी ट्रस्ट की पहली बैठक
– मंदिर निर्माण की तारीख को लेकर बैठक में होगा अंतिम फैसला
राम मंदिर का निर्माण इस तारीख से हो जाएगा शुरू, ट्रस्ट के सदस्यों ने बताया दो साल में पूरा होगा कार्य
अयोध्या. राम मंदिर ट्रस्ट के गठन के बाद मंदिर निर्माण को लेकर चर्चा तेज हो गई है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण राम नवमी पर शुरू होने की उम्मीद है। शिलान्यास के कार्यक्रम के दौरान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम को भव्य तरीके से मनाने के लिए कई विदेशी मेहमानों को भी निमंत्रण दिए जाने पर विचार विमर्श किया जा रहा है। मंदिर निर्माण की प्रक्रिया के दौरान रामलला को कुछ समय के लिए हटाया जा सकता है। इस बारे में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य स्वामी गोविंद देवगिरी महाराज ने कहा कि मंदिर का निर्माण कार्य राम नवमी (2 अप्रैल) से शुरू हो सकता है। हालांकि, इस मामले में अंतिम फैसला ट्रस्ट की पहली बैठक में लिया जाएगा, जो कि प्रयागराज में होगी। मंदिर का निर्माण दो वर्षों में पूरा हो जाएगा।
देश का प्रतीक होगा राम मंदिर स्वामी गोविंद देवगिरि महाराज ने कहा कि भगवान राम का मंदिर अपितु एक मंदिर ही नहीं बल्कि देश का प्रतीक भी होगा। करोड़ों भारतीयों की इच्छा थी की राम मंदिर का निर्माण किया जाए। यह इच्छा मोदी सरकार में पूरी हुई है। उन्होंने कहा कि हम सभी को यह मौका रामजन्मभूमि आंदोलन में योदगान देने के लिए कारसेवकों और विहिप के दिवगंत नेता अशोक सिंहल की वजह से मिला है।
राम नवमी सबसे श्रेष्ठ दिन ट्रस्ट के अन्य सदस्य महामंडलेश्वर परमानंद गिरि महाराज का कहना है कि मंदिर का निर्माण राम नवमी पर शुरू करना श्रेष्ठ होगा क्योंकि यह भगवान राम की जन्मतिथि है। राम कोई व्यक्ति नहीं बल्कि स्वयं में राष्ट्र हैं। उनका मंदिर बनवाकर हम गौरवान्वित महसूस करेंगे।
देश का पुराना गौरव पुन: स्थापित होने जा रहा: स्वामी परमानंद ट्रस्ट में शामिल किए गए स्वामी परमानंद ने भी राम नवमी पर मंदिर के निर्माण की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा प्रभु श्रीराम के गगनचुंबी भव्य मंदिर का निर्माण प्रभु के दिन राम नवमी से ही शुरू होना चाहिए। राम मंदिर देश का पुराना गौरव है जो हजारों साल पहले स्थापित था। अब यह पुन: स्थापित होने जा रहा है। जैसे भगवान राम ने तरह-तरह के सभी लोगों को इकठ्ठा किया था, उसी प्रकार रामकाज के लिए सभी लोग इकठ्ठा हो रहे हैं। अगर सभी मिलकर इस निमित्त कार्य को करेंगे, तो भारत विश्व गुरु बनेगा।