राम नगरी अयोध्या में 17 अक्टूबर से चल रहे वर्चुअल रामलीला के आखिरी दिन श्री राम रावण का वध कर धर्म का अधर्म पर जीत का इतिहास फिर से दोहराया जाएगा अयोध्या के सरयू तट स्थित लक्ष्मण किला के मैदान में चल रहे इस रामलीला में रावण वध कर रावण दहन क्या जाएगा जिसके लिए दिल्ली के तीतरपुर से खासतौर पर बनाई गई रावण की 55 फुट का पुतला दान किया जाएगा। आज के इस मंचन में रावण के पुत्र अहिरावण की भूमिका निभाने पहुंचे रजा मुराद ने कहां मैं रावण के पुत्र अहिरावण का रोल रामलीला में 5 वर्ष से अदा कर रहा हूं । त्रिपाठी आश्रम जिला खास इसलिए क्योंकि यह अयोध्या में खेली जा रही है और ऐसा पहली बार हो रहा है। जिसका सीधा प्रसारण किया जा रहा है जिससे न केवल देश ही बल्कि विदेशों में भी इसे देखी जा रही है। बताया कि राम एक बहुत बड़ा शक्तिशाली विद्वान था। उससे जिंदगी में जो एक चूक हुई कि उसने बिना उसकी मर्जी के हरण कर लिया। इसी कारण रावण का पतन भी शुरू हुआ क्योंकि किसी पराई स्त्री को अपना बनाने की कोशिश की। इसलिए पराई स्त्री से दूर रहो और महिला व बच्चियों का सम्मान करो इतने बड़े रावण का जो पतन हुआ है यह बुरी नजर से हुआ है। वही कहां कि यह संस्कार घर में मिलने चाहिए हर परिवार के माता-पिता को यह संस्कार अपने बच्चों को देना चाहिए इस रामलीला में यही सबसे बड़ी सिख है।