ये दर्दनाक कहानी यूपी के आजमगढ़ के चार बेरोजगार युवकों फैयाज, शफकत, शमीम, व उनके एक दोस्त की है। कहानी को पूरा समझने के लिये शुरू से जानिये… आजमगढ़ के रौनापार थानाक्षेत्र के रसूलपुर गांव के शम्सुज्जोहा उर्फ झिनकू के बेटे 35 साल का शफकत (जल्लू) और 32 साल का शमीम बेरोजेगार होने के चलते सऊदी अरब चले गए और वहां रियाद शहर में रहकर एक शेख की टैक्सी चलाने लगे। दोनों पांच भाइयों में सबसे छोटे थे। उनके दो भाई शौकत उर्फ सल्लू और रफात भी पहले से ही रियाद में कोई कामकाज करते थे। सिर्फ एक सबसे बड़ा भाई अब्दुल्लाह देखभाल के लिये परिवार के साथ रहता था। शफकत और शमीम का एक दोस्त बासूपार निवासी 40 साल का फैयाज पुत्र मसूद अहमद भी रियाद में भी टेक्सी चलाता था। चर्चा के मुताबिक महराजगंज के हरखपुर गांव का भी एक युवक जो उनका दोस्त था वहीं काम करता था।
शफकत व शमीम के घरवालों का कहना है कि शफकत अपने मालिक (सऊदी शेख) की टैक्सी चलाता था। अच्छी इनकम के लिये उसने शेख के नाम पर अपना एक मालवाहक वाहन फाइनेंस करा लिया। फाइनेंस की बकाया रकम पूरी जमा हो जाने के बाद जब शफकत ने शेख से गाड़ी अपने नाम कराने के लिये कहा तो वहीं शेख ने इस बात को लेकर विवाद कर लिया। शेख उन दोनों भाइयों को वापस इंडिया भेजने की धमकी देने लगा। इससे आजिज आकर शफकत ने वहां छोड़कर रियाद में ही दूसरे शेख अबदुल माजिद के पास काम करने लगा। वहां भी उसके मालिक बुरा निकला और लेन-देन को लेकर विवाद कर लिया।
दो जनवरी की रात को शेख अब्दुल माजिद ने हिसाब करने के लिये अपने घर बुलाया और इसके बाद से ही वह लापता हो गया। दो दिन हो गए लेकिन वह लौटकर नहीं आया तो उसका छोआ भाई शमीम अपने मित्र फैयाज व महराजगंज के हरखपुरा गांव के रहने वाले एक दोस्त के साथ शफकत का पता करने गए। उसके बाद से वो तीनों भी लापता हो गए। उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया। इसके बद शफकत के बड़े भाई शौकत उर्फ सल्लू ने सऊदी अरब में मौजूद इंडियन एंबेसी को इस घटना से अवगत कराया। दूतावास के हस्तक्षेप के बाद उसदी अरब की पुलिस एक्टिव हुई और आरोपी शेख समेत 11 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे कड़ाई से पूछताछ की, जिसके बाद चारों की लाश बीते रविवार को बरामद हो गयी।
अब फैयाज के पीछे उसके दो बेटे रेयान (19), साहिल (13), चार बेटियों हदका (17), अक्सा (15), कायमा (10), अजगरा (4) को छोड़ गया है। पत्नी अमहरी के पास भी अब अफसोस के अलावा कुछ नहीं बचा। इसी तरह शफकत की दो बेटियां जोया (13), इजरा (10) व हमजा (4) जबकि शमीम के के दो बेटे व एक बेटी हैं शफकत की बीवी आरुा और शमीम की रुबीना का भी सुहाग उजड़ चुका है और अब उनके सामने परिवार का पालन पोषण बड़ी चुनौती है।
By Ran Vijay Singh