उन्होंने कहा कि हमारी 17 सूत्रीय मांगे पूरी तरह जायज हैं। मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों आश्वासन भी दिया गया था। इसलिए उसे तत्काल पूरा किया जाय। यदि 30 सितम्बर तक मानदेय वृद्धि संबंधी शासनादेश जारी नहीं हुआ तो हम 1 अक्टूबर से कार्यकर्ता व सहायिकता अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू करेंगी। इस आंदोलन की सफलता के लिए सभी को सक्रिय भूमिका निभाने की आवश्यकता है। गांधी जयंती के दिन भी विरोध जारी रहेगा। 3 अक्टूबर को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन दिया जायेगा। इसके बाद भी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो 1 नवम्बर से प्रदेश मुख्यालय पर शांतिपूर्ण ढंग से बेमियादी हड़ताल की जायेगी।
बैठक में कंचन यादव, संगीता गौड़, सरोज पाल, प्रमिला, कुसुम, रेखा, बिन्दुमति, सर्वेश, लक्ष्मी, सुमन, माधुरी, अर्चना, रीना, शंकुतला, किरण, शशि, मंजुला, मंजू मौर्या, सुशीला मौर्या, माधुरी, शैलजा पाल, शशिकला यादव, सुभावति गौंड आदि मौजूद रही।