जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के छपरा सुल्तानपुर निवासी माफिया कुंटू सिंह पुत्र रूद्र प्रताप सिंह लंबे अर्से से जिला कारागार में निरुद्ध है। उसके खिलाफ तीन दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या का आरोप भी कुंटू सिंह पर है। हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह भी कुंटू का खास हुआ करता था लेकिन पूर्व विधायक की हुई हत्या के बाद अजीत सिंह ने कुंटू से अपना नाता तोड़ लिया और सिपू हत्याकांड का मुख्य गवाह बन गया था।
इसके बाद से ही कुंटू से उसकी दुश्मनी बढ़ गयी थी। यहीं नहीं अजीत ने पिछले दिनों मुख्तार गैंग से हाथ मिला लिया था। उसका मऊ जनपद में लगातार वर्चश्व बढ़ रहा था। कुंटू नहीं चाहता था कि अजीत सिंह अदालत में उसके खिलाफ गवाही करे। कुंटू के दबाव के बाद भी वह नहीं माना। इसके बाद कुंटू ने जेल में बंद पूर्व प्रमुख अखंड प्रताप सिंह एक अन्य अपराधी उद्यम सिंह के साथ मिलकर जेल में ही अजीत सिंह की हत्या की योजना बनाई और गवाही से पहले ही पिछले महीने अजीत की लखनऊ में हत्या करा दी। हत्या में शार्प शूटर गिरधारी लोहार की भी मदद ली गयी।
अजीत की हत्या के बाद कुंटू के शार्प शूटर गिरधारी लोहार को लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। उससे पूछताछ के बाद पुलिस के हाथ पुख्ता सबूत लग गए कि अजीत की हत्या की योजना आजमगढ़ जेल में तैयार की गयी। इसके बाद शासन ने हत्यारोपी अखंड प्रताप सिंह सहित कई अपराधियों का दूसरे जेल में स्थानान्तरण कर दिया गया। अखंड को बरेली केंद्रीय कारागार में रखा गया है। अब कुंटू का भी आजमगढ़ जेल से स्थानान्तरण कर दिया गया। कुंटू को जिला कारागार कासगंज भेजा गया है। कुंटू के दूसरे जेल भेजे जाने से स्थानीय प्रशासन ने राहत की सांस ली है। वहीं दूसरी तरफ वरिष्ठ अधीक्षक राधा कृष्ण मिश्र के स्थानान्तरण के बाद खाली चल रहे जेल अधीक्षक पद पर भी शासन ने तैनाती कर दी है। फतेहपुर के वरिष्ठ जेल अधीक्षक विनोद कुमार सोनी को आजमगढ़ का नया जेल अधीक्षक बनाया गया है। यह अलग बात है कि अभी उन्होंने पद भार ग्रहण नहीं किया है।
BY Ran vijay singh