यूपी की इस हाईप्रोफाइल सीट पर देश भर की निगाहें थी, एक तरफ जहां सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव थे, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के उम्मीदवार दिनेश लाल यादव । दिनेश लाल यादव बीजेपी के प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरने के बाद अखिलेश यादव को अपना टारगेट कर लिया था और उन्हें हराने के लिये पूरी ताकत झोंक दी थी। निरहुआ के लिये पीएम मोदी की रैली भी आयोजित की गई थी, मगर उसका लाभ भी निरहुआ को नहीं मिला। मतगणना शुरू होने के बाद से ही अखिलेश यादव लीड बनाये हुए थे और जैसे- जैसे वोटों की गिनती होती गई, दोनों प्रत्याशियों के बीच वोटों का अंतर बढ़ता गया और आखिरकार अखिलेश यादव ने बाजी मारी। 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से मुलायम सिंह यादव विजयी हुए थे।