UP Anganwadi Workers का ये ऐलान और चेतावनी
मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र और सपा-का गढ़ कहे जाने वाले Azamgarh से आयी है। दरअसल आजमगढ़ में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन के बैनर तले पिछले 29 दिनों से धरना दे रही हैं। उनकी 17 मांगें हैं जिस पर शासन-प्रशासन की ओर से अभी कोई आश्वासन नहीं मिला है और न ही कोई इस दिशा में पहल हुई है। आंदोलनरत कार्यकर्त्रियां इसको लेकर सख्त नाराज हैं।
सोमवार को धरने के 29वें दिन धरनारत कार्यकर्त्रियों ने ऐलान कर दिया कि वो इस बार Diwali Festival नहीं मनाएंगी। इसके लिये उन लोगों ने सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। UP Anganwadi Employees एवं सहायिका एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष सीमा यादव ने कहा है कि सूबे की वर्तमान भाजपा सरकार महिलाओं के उत्थान की बात तो करती है, उसे अपने हक के लिये धरना दे रहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां नहीं दिख रही हैं। हम कार्यकर्त्रियां और सहायिकाएं पिछले 29 दिनों से धरना दे रहे हैं पर सरकार ने हमारी मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है और न ही जनता के दुख दर्द का खयाल। अगर होता तो वो हमारी मांगों के प्रति संवेदनशील होती। हम लोग इस सरकार का गुरूर तोड़कर ही रहेंगे।
सीमा यादव ने कहा कि हमारे लोकतांत्रिक धरने से जिला प्रशासन बौखला गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके आंदोलन को कुचलने की शासन-प्रशासन की ओर से कई बार कोशिशें हुईं, पर हम अपनी मांगों पर डटे रहे। उन्होंने जल्द से जल्द मांगे न माने जाने पर लखनाऊ कूच करने की चेतावनी दी। बताया कि एसोसिएशन ने फैसला लिया है कि हम लोग दिवाली का त्योहार नहीं मनाएंगे, क्योंकि मांगें न माने जाने से वो लोग क्षुब्ध हैं। उन्होंने सरकार को 2019 के चुनावों में सबक सिखाने की भी चेतावनी दी है। वंदना पाठक, कंचन यादव, सरोज पाल, त्रिरत्नप्रिया, संगीता गोंड, ममता गोंड, ममता निगम, लक्ष्मी गोंड, कंचन राय, शशिकला, सुनीता सिंह, सरोज पाल, सर्वेश यादव, बीना, शकुन्तला, सरोज उपाध्याय, किरन, माधुरी चौरसिया, उषा देवी, शिवकुमारी, सुनंदा, प्रतिमा सिंह, सरोज पाल, सर्वेश यादव समेत बड़ी तादाद में कार्यकर्त्रियां सोमवार को भी धरने में मौजूद रहीं।
by RAN VIJAY SINGH