आजमगढ़. आने वाले दिनों में अलविदा जुमा व ईद के पर्व को देखते हुए डीएम ने अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है। पानी-बिजली, सफाई आदि व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद रखने के साथ ही अतिसंवेदनशील क्षेत्राें में विशेष नजर रखने की हिदायत दी।
बता दें कि आगामी एक जुलाई को अलविदा जुमा तथा सात जुलाई को ईद-उल-फितर का त्योहार पड़ने की संभावना है। इसके मद्देनजर जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने गुरुवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि नमाज के समय मस्जिदों एवं ईदगाहो के क्षेत्र में सतर्कता पर आवश्यक है। विद्युत आपूर्ति, सफाई आदि पर विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने कहा कि नमाज के समय गैर समुदाय द्वारा लाउडस्पीकर, ढ़ोलबाजों को बजाने एवं शरारती तत्वों द्वारा छोड़ा गया पटाखा तथा नमाज के समय पशुओं विशेषकर सुअरों का प्रवेश विवाद का कारण बन सकता है। कहीं-कहीं सुन्नी समुदाय के लोगों द्वारा लाउडस्पीकर पर मरहें सहाबा पढ़ा जाता है जो झगड़ें का कारण बन जाता है।
डीएम ने समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आजमगढ़ साम्प्रदायकि दृष्टिकोण से अतिसंवेदनशील जनपद है। जनपद की अधिकांश आबादी हिन्दू-मुस्लिम की मिश्रित है। त्योहार के पूर्व ईदगाहों एवं संवेदनशील स्थलोें का पहले से ही निरीक्षण कर लेें और यह भी सुनिश्चित करें कि ईदगाहों तथा इस हेतु निर्धारित मस्जिदों की भूमि पर अन्य किसी प्रकार का अनाधिकृत कब्जा तो नही है। ईदगाह की सफाई आदि के समुचित प्रबन्ध हेतु नगरपालिका एवं टाउन एरिया तथा सभी स्थानीय इकाईयों का सहयोग प्राप्त कर लें। साम्प्रदायिक सौहार्द को सुदृढ़ बनाये रखने की दिशा में विशेष रूप से प्रयास किया जाय और उक्त के दृष्टिगत सभी सम्प्रदाय के सम्भ्रान्त नागरिकों, एकीकरण समितियों की बैठक आयोजित कर पूर्ण शान्ति व्यवस्था बनाये रखने का प्रयास करें।