डीएफओ अयोध्या प्रसाद ने बताया कि वर्ष 2020-21 में जिले में पौधरोपण का लक्ष्य 4351730 है। पौधरोपण की जिम्मेदारी 27 विभागों को सौंपी गयी है। जिसमें वन विभाग 1702110, पर्यावरण विभाग 88400, ग्राम्य विकास विभाग 1636400, राजस्व विभाग 186300, पंचायती राज विभाग 186300, आवास विकास विभाग 5000, औद्योगिक विकास 1800, नगर विकास 17600, लोक निर्माण 6000, जल शक्ति विभाग 6000 पौधे लगवाएगा।
इसके अलावा रेशम विभाग को 16900, कृषि विभाग को 313980, पशुपालन विभाग को 2800, सहकारिता विभाग को 7400, उद्योग विभाग को 4700, ऊर्जा विभाग को 2200, माध्यमिक शिक्षा को 3720, बेसिक शिक्षा को 3720, प्राविधिक शिक्षा को 4200, उच्च शिक्षा को 15900, श्रम विभाग को 1900, स्वास्थ्य विभाग को 6000, परिवहन विभाग को 1900, रेलवे विभाग को 9200, रक्षा विभाग को 4000, उद्यान विभाग को 113300 तथा गृह विभाग को 4000 पौधे लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
पौधरोपण के लिए मास्टर प्लान भी तैयार कर लिया गया है। बरसात शुरू होते ही पौधरोपण शुरू हो जाएगा। इसके लिए 24 नर्सरियों में लगभग 55 लाख पौधे तैयार किए गए हैं। इसमें सागौन, आम, शीशम, अर्जुन, नीम, जामुन, पीपल, पाकड़, कटहल, आंवला, अमरूद, नीबू, सहजन, करौंदा आदि शामिल हैं।
जिला उद्यान अधिकारी बालकृष्ण वर्मा ने बताया कि यह किसानों के लिए अच्छा अवसर है। उद्यान विभाग के सहयोेग से वह खेतों में फलदार पौधों की बाग लगवा सकते है। इसमें विभाग मदद करेंगे। वहीं किसानों को मेड़ पर भी पौधे लगानेे का अवसर दिया जाएगा। जो किसान बाग लगाना चाहता है वह आन लाइन आवेदन कर सकता है।