सेवानिवृत्त खण्ड विकास अधिकारी की मौत की गुत्थी उलझी, जांच के लिए भेजा गया बिसरा
मेंहनाजपुर थाना क्षेत्र के बरवां गांव में रविवार की सुबह खेत की सिंचाई को लेकर हुई मारपीट में सेवानिवृत्त खण्ड विकास अधिकारी की मौत का मामला उलझ गया है। इस मामले में परिजन जहां मारपीट में घायल होने की वजह से मौत बता रहे हैं, वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ठंड लगने की वजह से मौत की पुष्टि हुई है।
रिपोर्ट:-रणविजय सिंह
आजमगढ़। मेंहनाजपुर थाना क्षेत्र के बरवां गांव में रविवार की सुबह खेत की सिंचाई को लेकर हुई मारपीट में सेवानिवृत्त खण्ड विकास अधिकारी की मौत का मामला उलझ गया है। इस मामले में परिजन जहां मारपीट में घायल होने की वजह से मौत बता रहे हैं, वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ठंड लगने की वजह से मौत की पुष्टि हुई है।
गौरतलब है कि मेहनाजपुर क्षेत्र के बरवां ग्राम निवासी 70 वर्षीय त्रिलोकीनाथ तिवारी खंड विकास अधिकारी पद से सेवानिवृत्त हुए थे। रविवार की सुबह वह अपने आलू की फसल की सिंचाई के लिए नलकूप से पानी ले जाने के लिए पानी की प्लास्टिक पाइप फैला रहे थे। पाइप में लीकेज होने की वजह से उनके विपक्षी केशव तिवारी के खेत में पानी जा रहा था। इस बात का विपक्षी खेत मालिक ने विरोध किया और मामला कहासुनी तक पहुंच गया। देखते ही देखते दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। इस दौरान त्रिलोकीनाथ तिवारी व उनका पुत्र दुर्गा प्रसाद दोनों घायल हो गए। घायल त्रिलोकीनाथ को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। हालत गंभीर देख चिकित्सक ने उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल लाते समय रास्ते में ही त्रिलोकीनाथ ने दम तोड़ दिया। इस मामले में मृतक के पुत्र आशीष कुमार तिवारी ने हमलावर पक्ष के केशव तिवारी, अनिरुद्ध तिवारी व इंद्रदेव तिवारी के खिलाफ स्थानीय थाने में हत्या की नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह ठंड लगना बताया गया है। जबकि परिजन मौत का कारण मारपीट में घायल होना बता रहे हैं। घटना के बाद से हमलावर फरार हैं। अब देखना है कि यह विवाद किस मुकाम तक पहुंचता है।
Home / Azamgarh / सेवानिवृत्त खण्ड विकास अधिकारी की मौत की गुत्थी उलझी, जांच के लिए भेजा गया बिसरा