बता दें कि निजामाबाद के ब्लैक पाटरी की देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान है। निजामाबाद के 50 से अधिक हस्तशिल्पी राष्ट्रपति व राज्यपाल के हाथों सम्मानित हो चुके है। यूपी की सत्ता में आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे एक जनपद एक उत्पाद योजना में शामिल किया। इससे इस उद्योग को काफी बढ़ावा मिला। पिछलेे दो वर्षो से लगातार कोरोना महामारी के कारण यह उद्योग प्रभावित हुआ है।
खासतौर पर कोरोना की दूसरी लहर में इस उद्योग से जुड़े 498 हस्तशिल्पियों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया। कारण कि इनके द्वारा तैयार करीब 10 करोड़ रुपये का उत्पाद डंप पड़ा है। स्थानीय स्तर पर होने वाली बिक्री से किसी तरह वे परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। संक्रमण के चलते शासन स्तर पर किसी तरह की प्रदर्शनी अथवा मेले का आयोजन नहीं हुआ। इससे इनकी समस्या और बढ़ गयी है।
अब लाकडाउन समाप्त होने के बाद इन हस्तशिल्पियों को थोड़ी राहत मिली है। कारण कि दीपावली पर्व को देखते हुए इन्हें मुंबई, दिल्ली, पूना, गाजियाबाद, नोएडा जैसे बड़े शहरों से मिट्टी के बर्तन के आर्डर मिलने लगे हैं। अब हस्तशिल्पी आर्डर को तैयार करने की तैयारी में जुटे हैं। कारण कि इन्हें मिट्टी के बर्तन की आपूर्ति सिंतबर माह में करनी है।
हस्तशिल्पी महेंद्र प्रजापति, मोहित प्रजापति का कहना है कि आर्डर मिलने से थोड़ी राहत मिली है लेकिन हमें उम्मीद है कि अब लाकडाउन खुलने के बाद सरकार भी प्रदर्शनी आदि का आयोजन करेगी। इससे हमें अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार में मदद मिलेगी। वहीं सोहित प्रजापति का कहना है कि दिल्ली व महाराष्ट्र के व्यापारियों ने 14 लाख रुपये के सामान का आर्डर दिया है जिसकी तैयारी शुरू दी गई है। एडवांस भी दिए जाने का आश्वासन दिया गया है। इससे निश्चित तौर पर हमारी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
BY Ran vijay singh