बता दें कि हरबंशपुर में ही आरटीओ आफिस, सीएमओ, सीडीओ, डीएम, एसपी सहित कई अधिकारियों के कार्यालय हैं। इसके अलावा इसी क्षेत्र में कई स्कूल हैं। बरसात के बाद क्षेत्र में भारी जलजमाव है। अभी दो दिन पहले की जल जमाव कम होने के बाद स्कूल खुले थे। इसी बीच शनिवार की पूर्वांह्न करीब 11.10 बजे करीब 75 साल पुराने पुल का एक हिस्सा भरभरा कर नाले में गिर गए।
संयोग था कि उस समय वहां से कोई वाहन नहीं गुजर रहा था नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। पुल धंसने की सूचना मिलते ही पुलिस ने बैरिकेटिंग कर रास्ते को रोक दिया। इससे छात्रों के साथ ही सरकारी कर्मचारियों को भी दिक्कत उठानी पड़ी। वहीं आरटीओ आफिस जाने वाले भी परेशान दिखे।
खास बात है कि पुल धंसने के कुछ ही मिनट बाद जिलाधिकारी राजेश कुमार वहां पहुंचे लेकिन डीएम ने लोगों की समस्या जानना तो दूर रुकना भी मुनासिब नहीं समझा और बैरिकेटिंग को हटवाकर सीधे आवास पर चले गए। जिलाधिकारी की संवेदनहीनता की जोरदार चर्चा रही। वहीं जब तक पुल की मरम्मत नहीं हो जाती तब तक लोगों को जहमत झेलनी पड़ेगी। अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग आरके त्रिपाठी ने बताया कि पुल काफी पुराना था। पानी के दबाव के कारण पुल का एक हिस्सा धंस गया हैं। जल्द ही इसकी मरम्मत करायी जाएगी।