बता दें कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा का प्रदर्शन काफी खराब रहा था। अगर आजमगढ़ मंडल में उसे 6 सीटें न मिलती तो शायद दहाई का अंक पार करना भी मुश्किल होता। वर्ष 2022 के चुनाव से पहले पार्टी अपने वोट बैंक दलित के साथ ही मुस्लिम और ब्राह्मणों को साधने में जुटी है। ताकि विधानसभा चुनाव दमदारी से लड़ा जा सके। यही वजह है कि बसपा पार्टी के संस्थापक स्व. कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस को बड़े इवेंट के रुप में मनाकर जनता के बीच संदेेश देना चाहती है।
पहले पार्टी परिनिर्वाण दिवस जिला स्तर पर मनाती रही है लेकिन इस बार नौ अक्टूबर को लखनऊ में बड़ी रैली करने जा रही है। दो दिन पूर्व पार्टी के मुख्य सेक्टर प्रभारी हरिश्चन्द्र गौतम, डा. मदन राम व नेता विधान मंडल शाह आलम जमाली कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर बड़ी रणनीति बना चुके है। तय किया गया है कि रैली में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 5000 कार्यकर्ता शामिल होंगें। आजमगढ़ मंडल में कुल 21 विधानसभा सीटें हैं। इस तरह मंडल से 1.50 लाख कार्यकर्ताओं के रैली में शामिल होने का लक्ष्य है। इसके लिए विधानसभा वार जिम्मेदारी भी सौंपी जा चुकी है।
मुख्य सेक्टर प्रभारी डा. मदन राम ने बताया कि बहुजन समाज पार्टी में उन लोगो का हित सुरक्षित हैं जिनका सदियों से उत्पीड़न होता रहा है। क्योकि बहुजन समाज पार्टी सर्व जन हिताय सर्वजन सुखाय की नीतियों पर काम करती है। आज भाजपा की सरकार केन्द्र व प्रदेश में होने के बावजूद लूट हत्या अपहरण बेरोजगारी चरम पर है। महंगाई ने किसान मजदूर की कमर तोड़ दी है।
09 अक्टूबर को बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर लखनऊ में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया है जिसमें प्रत्येक विधान सभा से 5000 लोगों के ले जाने का लक्ष्य है। इसके लिए सभी को जिम्मेेदारी सौंपी जा चुकी है।
नेता विधानमंडल शाह आलम गुड्डू जमाली ने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार केन्द्र में जितने सरकारी विभाग है उनका निजीकरण कर चिन्हित लोगों को लाभ पहुंचा रही है। इन सबसे बदला लेने का समय आ गया हैं क्योकि 2022 के आम चुनावों में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनाकर इनका सफाया करना होगा।