संत प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशों व शासन के मानक के विपरीत विद्युत विभाग द्वारा मनमानी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विद्युत कर्मियों द्वारा बकाये बिल की वसूली के नाम पर व्यापारियों से अवैध वसूली करने की बात आयेदिन सामने आ रही है और जब व्यापारी द्वारा विभाग के भ्रष्ट कर्मियों को धन नहीं दिया जाता है तो बदले की भावना से प्रेरित होकर विभागीय कर्मियों द्वारा अनायास ही विद्युत कनेक्शन विच्छेदित कर दिया जाता है।
इससे पूरे व्यापारी समाज में रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा बिल सही करने के नाम पर नाजायज धन की मांग करना विभागीय कर्मियों की नियति हो गयी है। उनकी मांगों को पूरा न करने पर महीनों जनमानस को गुमराह किया जाता है। जमा बिल की भी अनदेखी की जाती है जिसके कारण उपभोक्ता आयेदिन मानसिक रूप से उत्पीड़ित रहते हैं।
बीते 22 दिसम्बर 2017 को विद्युत विभाग के कर्मियों की नाजायज मांगों को जब चौक के व्यापारी आजमी गारमेंट के संचालक अबू बकर आजमी ने पूरा करने से मना कर दिया तो उनके खिलाफ नियमों को ताक पर रखकर एसडीओ रोहित जैन द्वारा बदले की भावना से प्रेरित होकर प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी और जब पीड़ित व्यापारी ने अपना पक्ष रखने के लिए प्रार्थना पत्र दिया तो विद्युत विभाग के अधिकारियों के शह पर व्यापारी पक्ष की अनदेखी की जा रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
विद्युत विभाग और पुलिस प्रशासन के इस कृत्य से व्यापारी वर्ग आहत है अगर शीध्र ही पीड़ित व्यापारी को न्याय नहीं मिला तो व्यापारी वर्ग प्रशासन व विद्युत विभाग के खिलाफ सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने को बाध्य होगा जिसकी समस्त जिम्मेदोरी प्रशासन की होगी। उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने सात सूत्री प्रस्ताव पास किया गया है, जिसमें किसी भी व्यापारी अथवा जनमानस के किसी भी उपभोक्ता के विद्युत बिल बकाये हेतु कनेक्शन काटने से पूर्व सार्वजनिक रूप से इस तथ्य का प्रकाशन करावे तथा बड़े बकायेदारों का नाम पता के साथ उसे नोटिस दें।
सके बाद अगर बकाये का भुगतान नहीं होता है तो विद्युत कनेक्शन विच्छेदित किया जाये, बकाये को लेकर जिन व्यापारियों पर विभाग द्वारा प्राथमिक दर्ज है अगर व्यापारी वर्ग भी अपनी समस्या के बावत अपनी प्राथमिकी दर्ज करवाता है उसकी भी शिकायत प्रमुखता से दर्ज की जाये, एसडीओ रोहित जैन के नाजायज रूप से विद्युत बिल बकाये के नाम पर की जा रही अवैध वसूली को रोकी जाये तथा इस तथ्य की विभागीय जांच करायी जाए।
व्यापारी समाज पर फर्जी मुकदमों की आड़ में नाजायज वसूली बंद करायी जाये और विधि संवत दर्ज कराये गये मुकदमों की जांच के बाद ही कोई अग्रिम कार्यवाही की जाये, विद्युत विभाग के मानक के अनुरूप ही कनेक्शन काटे जाये, विद्युत उपभोक्ताओं की समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया जाये, व्यापारियों द्वारा एक स्वर में मांग की गयी कि उपरोक्त मांग के क्रम में शीध्र ही कार्यवाही नहीं की जाती है तो व्यापारी समाज मजबूर होकर सड़क पर उतरेंगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। बैठक में मनोज बरनवाल चुनमुन, सुआल प्रसाद गोड़, पदमाकर लाल वर्मा, अनिल शुक्ला, अशोक कासंकार, शादाब अहमद, इरफान अहमद, चन्द्रभान गुप्ता, कमल कुमार गुप्ता, मुहम्मद मिर्जा, दिलीप अंगूरिया, अनुराग रूंगटा, दिवाकर सेठ, मुन्ना सेठ, अबु बकर आजमी, प्यारे लाल गुप्ता, शकील अहमद, इमरान, राधेश्याम गुप्ता, अतुल कुमार अग्रवाल, शहजाद सनबीम, सौरभ डालमिया, प्रवीण दीक्षित, सलीम अहमद सहित भारी संख्या में व्यापारी गण मौजूद रहे।
by Ran Vijay Singh