जन आंदोलन के प्रदेश सह प्रभारी रामअवध यादव ने मांग किया कि गोरखपुर बीआरडी कालेज में मृतक बच्चों के परिजनों को 25-25 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दिया जाय, दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही किया जाय, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को तत्काल बर्खास्त किया जाय, 14 अगस्त 2017 को लखनऊ में गोरखपुर की घटना को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व सांसद राजबब्बर के नेतृत्व में प्रदर्शन के दौरान पुलिस लाठीचार्ज में जन आंदोलन के प्रदेश प्रभारी एसपी गोस्वामी सहित सैकड़ों कांग्रेसजन घायल हुए। इसमें पुलिस प्रशासन के लाठीचार्ज में जो भी जिम्मेदार है उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही किया जाय, प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था को अविलम्ब ठीक किया जाय तथा लूट हत्या व महिलाओं का उत्पीड़न बंद किया जाय, ताकि प्रदेश में कानून का राज कायम हो सके। सह प्रभारी श्री यादव ने कहा कि अगर सरकार मृतकों के परिजनों को उचित सहायता नहीं देगी तो हम जन आंदोलन के माध्यम से सड़क पर उतरेंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन की होगी। जन आंदोलन के जिला प्रभारी प्रमोद सिंह ने कहा कि जिले की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार चरम पर है।
आमजन की कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री की 15 जून तक सड़कों को गड्ढामुक्त करने की घोषणा हवा-हवाई साबित हुई। ज्ञापन सौंपने वालों में जिलाध्यक्ष हवलदार सिंह, लालसा राय, त्रिभुवन दुबे, डा. सुधाकर, संतोष कुमार, अवधेश मौर्य, रामविजय यादव, संतोष सिंह, अशोक यादव, श्यामसुंदर यादव, सुमित यादव, सम्पत यादव, अमित, रामनरेश, संजय, डा. स्वामीनाथ, अतीक अहमद, सूरज विश्वकर्मा, बलराम यादव, शम्भू शास्त्री, इसरार अहमद, अशोक सिंह, प्रह्लाद मौर्य, रविप्रकाश, कमलेश मौर्य, अजीत यादव, प्रमोद यादव आदि शामिल रहे।