बता दें कि तरवां थाना क्षेत्र के बांस गांव के प्रधान सत्यमेव जयते की 14 अगस्त को गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। इससे आक्रोशित लोगों ने रासेपुर बोंगरिया चैकी को फूंक दिया था। बुधवार की रात करीब आठ बजे कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया, पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी, पूर्व मंत्री आरके चैधरी, अनुसूचित विभाग के अध्यक्ष आलोक पासवान सर्किट हाउस पहुंच गए थे। गुरूवार की सुबह सभी बांस गांव के लिए निकले तो सर्किट हाउस के गेट में ताला बंद मिला।
इसके बाद कांग्रेसी उग्र हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। प्रशासन ने पहले ही सर्किट हाउस क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया था। सभी नेताओं ने सर्किट हाउस में ही नजर बंद कर दिया गया। इसी बीच पूर्वाह्न करीब 11.40 बजे महाराष्ट्र सरकार के ऊर्जा मंत्री नितिन रावत अपने समर्थकों के साथ जौनपुर से आजमगढ़ की सीमा में प्रवेश किए। पहले से यहां तैयार पुलिस ने मंत्री को जिवली बाजार में हिरासत में ले लिया। मंत्री वहीं समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। जब बात नहीं बनी तो पैदल ही बांस गांव की तरफ चल दिए। एसडीएम लालगंज ने किसी तरह स्थिति को संभाला और उन्हें लेकर आजमगढ़ सर्किट हाउस पहुंचे। मंत्री ने सरकार के संरक्षण में दलितों की हत्या और महिलाओं के साथ बलात्कार का आरोप लगाया।
अभी अधिकारी कांगे्रसियों का लखनऊ रवाना करने के लिए मान मनौव्वल कर तैयार ही किये थे कि भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर अपने समर्थकों के साथ अंबेडकर नगर की सीमा से आजमगढ़ में प्रवेश की कोशिश किए लेकिन पुलिस ने उन्हें वहीं रोक लिया। इससे नाराज होकर चंद्रशेखर धरने पर बैठ गए। चंद्रशेखर के समर्थक प्रदर्शन शुरू कर दिये है। जिससे हाइवे पर जाम लगा है। चंद्रशेखर किसी भी हालत में सत्यमेव के परिवार से मिलने की जिद पर अड़े है। अधिकारी व भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके के लिए रवाना कर दी गयी है।
By Ran Vijay Singh