ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव में दस परिवार प्रजापति और तीन विश्वकर्मा समाज के लोग रहते हैं। गांव के ही एक पुश्तैनी रास्ते से आवागमन होता था। गांव के एक व्यक्ति ने उक्त रास्ते को पूरे आबादी पर कब्जा करने के चक्कर में बंद कर दिया है जिसके कारण आवागमन बंद हो गया है। लोग घर से नहीं निकल पा रहे है। इसकी शिकायत तरवां थानाध्यक्ष से की गयी लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं कीं।
इसके बाद एसडीएम को शिकायती पत्र दिया गया लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल के नेताओं के दबाव में आकर अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, जबकि उनकी परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। अगर तत्काल रास्ता नहीं खोलवाया गया तो वे धर्म परिवर्तन करने के लिए बाध्य होंगे। ज्ञापन सौंपने वालों में राजेश विश्वकर्मा, घुरेलाल मौर्य, सीताराम प्रजापति, हरिवंश प्रजापति, रामवृक्ष विश्वकर्मा राधेयाम विश्वकर्मा, सुदामा प्रजापति, लखन प्रजापति, रामनाथ प्रजापति, सतिराम प्रजापति, संजय प्रजापति, रामवृक्ष प्रजापति आदि शामिल थे।
BY- RANVIJAY SINGH