बीजेपी के लिए यह सीट नाक का सवाल बनी हुई है। कारण कि उन्हीं के एमएलए के राज्यपाल बनने के बाद यह सीट खाली हुई है। यहां चौहान मतों की बाहुलता भी है। फागू के राज्यपाल बनने के बाद चौहान जाति के लोग बीजेपी के प्रति कितना लामबंद हुए हैं यह भी पार्टी देखना चाहती है। वहीं विपक्ष की नजर भी इस सीट पर है। सपा बसपा किसी भी हालत में यह सीट बीजेपी से छीनना चाहती है।
अपने परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए फागू चौहान चाहते है कि टिकट उनके बेटे को मिल जाय। वहीं बीजेपी को लगता है कि वह फागू को महामहिम बनाने के बाद चौहानों के दिल में उतर चुकी है। उसके लिए पूर्वांचल में ओम प्रकाश राजभर की काट खोजनी जरूरी है। कारण कि पार्टी के पास यहां एक मात्र राजभर चेहरा अनिल राजभर है जिन्हें तेज तर्राक नहीं माना जाता। इसलिए पार्टी किसी मजबूत राजभर को यहां से मैदान में उतार कर राजभरों को साधना चाह रही है। रहा सवाल सपा बसपा का तो वे चाहती है कि पहले बीजेपी अपना पत्ता खोले।