बता दें कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर वर्तमान में दीदारगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। पिछले दो वर्षों से वे किडनी के रोग से ग्रसित थे। चार दिन पूर्व एकाएक हालत बिगड़ने पर उन्हें लखनऊ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उपचार के दौरान किडनी फेल होने से सोमवार की देर शाम उनका निधन हो गया था। मंगलवार को उनका शव उनके पैतृक आवास बड़गहन पहुंचा तो अंतिम दर्शन के लिए सैलाब उमड़ पड़ा।
जिलाधिकारी राजेश कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह, भाजपा नेता पूर्व मंत्री कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा, सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, पूर्व विधायक बेचई सरोज, आदिल शेख, सर्वेश जायसवाल सोनू सहित सैकड़ों लोगों ने श्रद्धासुमन अर्पित किया। बुधवार को पूरा क्षेत्र उनके आवास पर उमड़ पड़ा। हर किसी की आंख में आंसू दिखा। पूर्वांहन करीब 11 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच उनके आवास से शव यात्रा निकाली गयी जो दोपहर करीब 12 बजे जौनपुर के रामघाट पहुंची। यहां पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर का अंतिम संस्कार किया गया।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के करीबी जिला पंचायत सदस्य अशोक राजभर ने बताया कि पूर्व मंत्री हमेशा गरीबों और मजलूओं की लड़ाई को लड़ते थे। वह हमेशा कहते थे कि अगर किसी का भला नहीं कर सकते तो उसका बुरा भी मत करो। उनके मन में किसी के प्रति कोई वैमनस्यता नहीं थी। वह सभी को साथ लेकर चलते थे। वह लीक से हटकर भी समाज के लिए काम करते थे। वह सभी को संतुष्ट करने की कोशिश करते थे।