बता दें कि कि परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के फर्जीबाड़े को लेकर एसटीएफ को शिकायतें मिली थी। उसने जिले में फर्जी कागजात लगाकर नौकरी करने वाले चार शिक्षकों की पहचान की है लेकिन इन शिक्षकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं हुई है। बेसिक शिक्षा निदेशक ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ऐसे शिक्षको के खिलाफ 30 जून तक एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश जारी किया है।
निदेशक ने पत्र में लिखा है कि एसटीएफ ने आशंका जताई है कि संबंधित अधिकारी आरोपित शिक्षकों को अतिरिक्त समय दे रहे हैं। ऐसे में साक्ष्यों को खत्म किए जाने की संभावना है। यही नहीं बेसिक शिक्षा विभाग के आदेशों की कमियों के कारण आरोपित शिक्षक उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश प्राप्त कर नौकरी कर बेसिक शिक्षा अधिकारी की कृपा प्राप्त कर रहे हैं। अधिकारी स्थगन आदेश को शिक्षकों के खिलाफ मान रहे हैं लेकिन कार्रवाई न होने से अभी तक सभी की नौकरी चल रही है।
निदेशालय के पत्र के बाद विभाग में हड़कंप मचा है। आनन फानन आरोपी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गयी है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि शिक्षा निदेशक का पत्र मिलने के बाद चार आरोपित शिक्षकों के मामले में जांच रिपोर्ट निदेशालय भेज दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।