चुंकि निकाय चुनाव में आचार संहिता लागू है। इसलिए कौंसिल के प्रदर्शन को आचार संहिता का उल्लघन बताते हुए हिंदू संगठन के लोग लगातार कार्रवाई की मांग कर रहे है लेकिन अब तक पुलिस मौन साधे है। इससे नाराज हिंदू संगठन के लोगों ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपे।
उन्होंने कहा कि उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली बटला हाउस कांड, आईएसआई व आईएसआईएस जैसी राष्ट्र विरोधी संगठनों की पैरवी करते है। उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बटला कांड के बाद आजमगढ़ से ट्रेन बुक कराकर मुसलमानों को दिल्ली लेकर गये और बटला कांड के आंतकियों के पक्ष में अपनी बातों को रखने का काम किया।
विश्व हिंदू परिषद के राधा मोहन गोयल ने कहा कि बटला कांड से नाराज आरयूसी के कार्यकर्ताओं ने बिलरियागंज व अन्य मार्गो पर मारपीट किया और दुकानों में लूटपाट की घटना को अंजाम दिया। इस बावत कई मुकदमें भी दर्ज किये गये लेकिन अभी तक इन्होंने किसी भी मुकदमें में जमानत नहीं करायी। आखिर पुलिस इनपर इतनी मेहरबान क्यों है।
हियुवा के पूर्व संयोजक हरिवंश मिश्रा ने आरयूसी के अध्यक्ष पर पूर्ववर्ती सरकार का समर्थन होने का आरोप लगाया। आगे कहा कि जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर का सांसद रहते हुए आजमगढ़ आये थे तो शहर में उनके काफिले पर जाकर फायरिंग की गयी और एक कार को भी आग के हवाले कर दिया गया। उन्होंने उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर जिले का माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग किया।
इस मौके पर राहुल मिश्रा, प्रदीप यादव, धीरज सिंह, आशुतोष शर्मा, जीत्तू सोनकर, समर प्रताप सिंह, एके राय, सूर्यप्रकाश यादव, सौरभ गुप्ता, सत्यम कुमार, अतुल कुमार, रामसकल चौहान, दीनानाथ सिंह, भानू सिंह, राजेश यादव, प्रवीण शुक्ला, आशीष गुप्ता, बलिराम सिंह, आशीष सिंह, विश्वजीत सिंह, मोहन लाल, आनंद सिंह आदि उपस्थित थे।
by Ran Vijay Singh