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आजमगढ़

विवाहिता की मौत पर उलेमा कौंसिल और हिंदू संगठन आमने-सामने

हिंदू संगठनों ने की उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष आमिर रशादी के खिलाफ एसपी से की कार्रवाई की मांग।

आजमगढ़Nov 29, 2017 / 06:02 pm

रफतउद्दीन फरीद

Hindu Orgenisation Azamgarh

हिन्दू संगठन आजमगढ़

आजमगढ़. राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल के अध्यक्ष आमिर रशादी के भाई की बहू की मौत के बाद एक बार फिर उलेमा कौंसिल सुर्खियों में है तो सियासत भी तेज हो गयी है। उलेमा कौंसिल के लोग आमिर रशादी के खिलाफ दर्ज मुकदमें को जहां राजनीति से प्रेरित बता रहे है वहीं हिंदू संगठन उलेमा कौंसिल के कार्यकर्ताओं पर आचार संहिता के उल्लघन का आरोप लगाते हुए गैंगेस्टर के तहत कार्रवाई की मांग कर रहे है। हिंदू संगठन इस दल पर पुलिस की मेहरबानी से खफा है। एसपी से मुलाकात के दौरान इन्होंने सवाल उठाया कि आखिर ऐसा क्या है जो कौंसिल के लोग कोई अपराध करें लेकिन गिरफ्तार नहीं होते। बहरहाल आचार संहिता उल्लघन के मामले में एसपी ने अपर पुलिस अधीक्षक से जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत किया।
Maulana Amir Rashadi
मौलाना आमिर रशादी (फाइल फोटो) IMAGE CREDIT:
 

बता दें कि 22 नवंबर को कोतवाली पुलिस ने दहेज हत्या के मामले में उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष आमिर रशादी के खिलाफ दहेज हत्या का मामला पंजीकृत किया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही उलेमा कौंसिल के लोग वादी मुकदमा हामिद संजरी पर राजनीति द्वेष के तहत काम करने का आरोप लगा रहे है। मंगलवार को उलेमा कौंसिल के लोग मामले की निष्पक्ष जांच और आमिर रशादी का नाम मुकदमें से निकालने के लिए डीआईजी कार्यालय पर प्रदर्शन किया था। इसके पूर्व एसपी व अन्य अधिकारियों को भी ज्ञापन सौंपे जा चुके है।
चुंकि निकाय चुनाव में आचार संहिता लागू है। इसलिए कौंसिल के प्रदर्शन को आचार संहिता का उल्लघन बताते हुए हिंदू संगठन के लोग लगातार कार्रवाई की मांग कर रहे है लेकिन अब तक पुलिस मौन साधे है। इससे नाराज हिंदू संगठन के लोगों ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपे।
Maulana Amir Rashadi
मौलाना आमिर रशादी (फाइल फोटो) IMAGE CREDIT:
 

विश्व हिंदू महासंघ के प्रदेश मंत्री अरूण सिंह साधू ने एसपी को बताया कि 28 नवम्बर को उलेमा कौंसिल के कार्यकर्ता भारी संख्या में पुलिस उपमहानिरीक्षक आजमगढ़ परिक्षेत्र के बंगले और जिलाधिकारी के कार्यालय पर पहुंचकर नारेबाजी किये। इसके बाद सड़क पर जुलूस की शक्ल में आदर्श आचार संहिता की धज्जिया उड़ाई।
उन्होंने कहा कि उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली बटला हाउस कांड, आईएसआई व आईएसआईएस जैसी राष्ट्र विरोधी संगठनों की पैरवी करते है। उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बटला कांड के बाद आजमगढ़ से ट्रेन बुक कराकर मुसलमानों को दिल्ली लेकर गये और बटला कांड के आंतकियों के पक्ष में अपनी बातों को रखने का काम किया।

विश्व हिंदू परिषद के राधा मोहन गोयल ने कहा कि बटला कांड से नाराज आरयूसी के कार्यकर्ताओं ने बिलरियागंज व अन्य मार्गो पर मारपीट किया और दुकानों में लूटपाट की घटना को अंजाम दिया। इस बावत कई मुकदमें भी दर्ज किये गये लेकिन अभी तक इन्होंने किसी भी मुकदमें में जमानत नहीं करायी। आखिर पुलिस इनपर इतनी मेहरबान क्यों है।

हियुवा के पूर्व संयोजक हरिवंश मिश्रा ने आरयूसी के अध्यक्ष पर पूर्ववर्ती सरकार का समर्थन होने का आरोप लगाया। आगे कहा कि जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर का सांसद रहते हुए आजमगढ़ आये थे तो शहर में उनके काफिले पर जाकर फायरिंग की गयी और एक कार को भी आग के हवाले कर दिया गया। उन्होंने उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर जिले का माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग किया।

इस मौके पर राहुल मिश्रा, प्रदीप यादव, धीरज सिंह, आशुतोष शर्मा, जीत्तू सोनकर, समर प्रताप सिंह, एके राय, सूर्यप्रकाश यादव, सौरभ गुप्ता, सत्यम कुमार, अतुल कुमार, रामसकल चौहान, दीनानाथ सिंह, भानू सिंह, राजेश यादव, प्रवीण शुक्ला, आशीष गुप्ता, बलिराम सिंह, आशीष सिंह, विश्वजीत सिंह, मोहन लाल, आनंद सिंह आदि उपस्थित थे।
by Ran Vijay Singh

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