बता दें कि महिलाओं साथ भेदभाव, कन्या भू्रण हत्या, बाल विवाह रोकने व महिलाओं और बच्चियों के प्रति परिवार के नकारात्मक भाव को समाप्त करने के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योेजना की शुरूआत की है। इसमें कुछ मानक भी तय किये गए है। इसके तहत जिन बच्चियों का जन्म 1 अप्रैल 2019 या उसके बाद हुआ है उन्हें एकमुश्त 2000 रूपये दिया जाएगा। ऐसी बालिकाएं भी योजना का लाभ ले सकती है जिनका जन्म 2018 से पूर्व न हुआ हो और उनका एक साल में सभी टीकाकरण हुआ हो।
उन बालिकाओं को भी योजना का लाभ मिलना है जिन्होंने पहली कक्षा, छठवीं, नौ या 11 में प्रवेश लिया हो। अथवा हाई स्कूल या इंटर उत्तीर्ण कर उच्च शिक्षा अथवा डिप्लोमा के लिए एडमीशन लिया हो। इस योजना में अलग अलग कक्षाओं के लिए अलग अलग सहायता राशि निर्धारित की गयी है।
योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल छह श्रेणियों में 15,401 आवेदन किए गए थे। इसमें से 9799 आवेदन सत्यापन में निरस्त कर दिए गए हैं। ज्यादातर लोग जिनके तीन बच्चे थे और उनमें एक या दो बेटी थी, उन्होंने भी आवेदन कर दिया था। ऐसे में वे अपात्र पाए गए। वहीं 3111 आवेदन सत्यापन की प्रक्रिया में हैं। इनमें 2491 आवेदन स्वीकृत हैं। इनके खाते में जल्द धनराशि भेजी जाएगी। पिछले वित्तीय वर्ष में लगभग 35 हजार आवेदन आए थे। इसमें लगभग 11 आवेदकों को लाभ मिल चुका है। व्यापक प्रचार करने के बाद भी जागरूकता की कमी के कारण अपात्र आवेदन ज्यादा मिले हैं।
BY Ran vijay singh