आजमगढ़. नोटबंदी के बाद कुछ अजीब सी स्थिति भी पैदा हुई है। लगातार बैंक के बाहर कतारों में खड़े लोगों के मरने की खबरें मीडिया की सुखिर्यां बनीं और सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुईं। ये सच्चाई रही कि कई लोग रुपये न मिलने के चलते चिंता में गुजर गए। पर इस बार खबर बिल्कुल अलग है। ऐसी खबर है कि सुनकर हैरानी होनी लाजिमी है। खबर आजमगढ़ से है जहां एक वृद्ध को बैंक से रुपये मिले तो शायद उसे इतनी खुशी बर्दाश्त नहीं हो सकी या फिर कुछ और कि रुपयों को लिये-लिये कुछ देर में ही उसकी मौत हो गई।
बैंक के बाहर मौजूद लोगों की मानें तो जब फिरतू मौर्य जिनकी उम्र 78 साल बताई गई है, उन्हें रुपये मिले तो वह उन्हें बड़ी ही हसरत भरी निगाहों से देख रहे थे। देखें भी क्यों न रुपये के लिये कतारों में खड़े कई-कई दिन जो बीत जा रहे हैं। ऐसे में फिरतू मौर्य को जब रुपये मिले तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लोगों के मुताबिक वह काफी देर तक रुपयों को निहारते रहे और फिर उसे गठिया लिया।
इसके बाद फिरतू मौर्य कुछ देर वहीं बैठे कुछ दम लिया और शायद बैंक के बाहर वाली भीड़ की थकान मिटाई। कुछ देर आराम करने के बाद साइकिल उठाई और वहां से निकले घर के लिये। बैंक से मिले रुपयों को गठियाए हुए बड़े ही इत्मिनान भाव से वह घर के लिये रवाना हुए ऐसा मौके पर मौजूद लोगों का कहना रहा। पर शायद रुपये मिलने के बाद वह किसी सोच में गुम हो गए या फिर कोई और कारण भी हो सकता है घर जाने के दौरान ही रास्ते में उनकी मौत हो गई।
बताया गया है कि फिरतू मौर्य दीदारगंज थानाक्षेत्र के बूंदा गांव के रहने वाले थे। वह गुरुवार को साइकिल लेकर सरायमीर थानाक्षेत्र के छित्तेपुर बाजार में बैंक से पैसा निकालने पहुंचे। वहां काफी देर प्रयास और इंतजार करने के बाद आखिरकार उन्हें बैंक से रुपये मिल ही गए। रुपये लेकर वह दोपहर बाद तकरीबन तीन बजे के आसपास घर के लिये निकले तो रास्ते में बेलहरी गांव के पास पहुंचने के दौरान उनकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों से सूचना मिलने पर परिवार के लोग मौके पर पहुंचे और मृतक फिरतू मौर्य के शव को लेकर गांव चले गए। यह खबर इलाके में चर्चा का विषय रही।