वन स्टाप सेंटर के बनने के बाद एसिड अटैक, दुष्कर्म, घरेलू हिंसा आदि की शिकार महिलाओं को आश्रय के लिए भटकना नहीं होगा। बल्कि वे एक छत के नीचे रहकर त्वरित न्याय हासिल कर सकेंगी। जिला प्रोबेशन अधिकारी बीएल यादव ने बताया कि वन स्टाप सेंटर का निर्माण मंडलायुक्त कार्यालय के निकट किया जा रहा है। इसे लगभग 48.50 लाख रुपए से बनाया जाना है। कार्यदायी संस्था को 24.25 लाख रुपए की पहली किस्त दे दी गई है।
इसे पूर्ण कराने के लिए 31 मार्च तक समय दिया गया था, लेकिन लाकडाउन के चलते पूरा नहीं हो सका। इसमें महिलाओं को चिकित्सा, काउंसलिग, पुलिस, विविध सहायता एक ही छत के नीचे दी जाएगी। ताकि उत्पीड़न की शिकार महिलाओं को कहीं भटकना न पड़े। हमारा प्रयास है कि इसका निर्माण जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा।