बता दें कि लाॅकडाउन के दौरान अवैध रूप से की जा रही शराब की बिक्री पर आबकारी और पुलिस प्रशासन रोक लगाने पर नाकाम रहा था। जिले के पवई थाना क्षेत्र के मित्तपुर क्षेत्र अवैध रूप से शराब की बिक्री जारी थी। जिसे पीने से आजमगढ़ के 22 व अंबेडकर नगर जनपद के जैदपुर थाना क्षेत्र में पांच लोगों की मौत हो चुकी है। अब भी आधा दर्जन लोग जिंदगी मौत से जूझ रहे हैं। कई के आंखों की रोशनी कम हो गयी है। घटना के बाद से ही आजमगढ़ पुलिस मामले को दबाने में जुटी है। पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह लगातार यह कहते रहे कि आजमगढ़ में जहरीली शराब की न तो बिक्री हुई और ना ही इसे पीने से किसी की मौत हुई। यह अलग बात है कि पुलिस पिछले तीन दिनों से क्षेत्र में मुनादी करा रही है कि कोई शराब न पिए, इससे मौत हो सकती है।
पुलिस द्वारा की जा रही लीपापोती के बीच शासन ने मामले को गंभीरता से लिय है। जिला आबकारी अधिकारी अनूप शर्मा ने बताया कि आबकारी आयुक्त के निर्देश पर आबकारी इंस्पेक्टर फूलपुर मनोज यादव के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। पवई थाना क्षेत्र का मित्तूपुर बाजार आबकारी इंस्पेक्टर फूलपुर के ही अंतर्गत आता था। आबकारी इंस्पेक्टर के साथ ही हेड कांस्टेबल को भी निलंबित किया गया है। वहीं पवई थानाध्यक्ष, दो चैकी इंचार्ज सहित चार पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है।
उधर पड़ोसी जिले अंबेडकर नगर में के डीएम ने आबकारी निरीक्षण समेत चार लोगों को निलंबित किया है। गिरफ्तार पांच तस्करों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हो चुका है। इसके बाद भी पुलिस व प्रशासनिक अमला अब तक यह मानने को तैयार नहीं है कि जिले में जहरीली शराब की कोई घटना हुई है।
BY Ran vijay singh