बता दें कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजना है। पहले 340 किमी लंबी परियोजना के तहत लखनऊ से आजमगढ़ होते हुए गाजीपुर तक छह लेन की सड़क का निर्माण होना था। अब इसे बढ़ाकर बलिया तक कर दिया गया है। प्रदेश सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए जमीन खरीद का भी कार्य पूर्ण नहीं हुआ। इससे जुड़े लगभग हर जिलों में पांच से दस फीसद जमीन खरीदी जानी शेष है। प्रदेश की इस योजना से आच्छादित होने वाले नौ जिले लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, आंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ व गाजीपुर में कुल 192.76 हेक्टेयर जमीन अभी क्रय की जानी शेष है। अधिग्रहण का भी लफड़ा है। आजमगढ़ में 19 मामले विभिन्न न्यायालयों में लंबित हैं। ऐसी स्थितियों में सरकार के लिए तय अवधि में इसका निर्माण करा लेना आसान नहीं दिख रहा है। फिलहाल, इस सड़क पर कार्य तो शुरू हो गया लेकिन विपक्ष की खासकर सपा की इस पर विशेष नजर है। पिछले दिनों जिले में आए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी प्रदेश सरकार पर मानक अनुसार निर्माण न होने की बात कहते हुए तंज कसा था। कहा था कि 2022 में जब हमारी सरकार आएगी तो इस सड़क को हम और सुंदर बनाएंगे। यह सरकार 2020 तक निर्माण पूरा होने का दावा कर रही है लेकिन जमीन पर कुछ भी खास नहीं दिख रहा है।
आजमगढ़ में तहसील वार देखे तो सदर तहसील के 41गांव के 8414 किसानों से 349.0341 हेक्टेयर भूमि ली जानी है लेकिन प्रगति 95.29 प्रतिशत है। इसी तरह सगड़ी तहसील के 15 गांव के 1700 किसानों से 102.1506 हेक्टेयर भूमि ली जानी है लेकिन प्रगति 96.32 प्रतिशत है। निजामाबाद तहसील के 22 गांव के 3444 किसानों से 191.1952 हेक्टेयर भूमि ली जानी है लेकिन प्रगति 98.20 प्रतिशत है। तथा फूलपुर तहसील के 32 गांव के 4949 किसानों से 251.7480 हेक्टेयर भूमि ली जानी है लेकिन प्रगति 97.37 प्रतिशत है। यानि कुल 13,874 किसानों से 863.8714 हेक्टेयर भूमि की खरीद हुई है। जो लक्ष्य का 96.61 प्रतिशत है। इस मामले में मुख्य राजस्व अधिकारी हरिशंकर का कहना है कि किसानों से जमीन खरीद संबंधी प्रकरण कुछ ही रह गए हैं। इस संबंध में संबंधित सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है कि वे किसानों से वार्ता कराकर जमीन का बैनामा कराएं जिससे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का समय से निर्माण पूरा कराने में किसी प्रकार की बाधा न आए। हमें उम्मीद है कि सरकार ने जो लक्ष्य रखा है निर्धारित समय में निर्माण पूरा हो जाएगा।