इसको लेकर पुलिस से लेकर तहसील तक पीड़ित पक्ष तीन माह से दौड़ता रहा लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। इसमें लेखपाल व तहसील कर्मी की मिलीभगत का आरोप लगाया गया है। मारपीट की घटना 5 दिन पूर्व की है। मौत का शिकार होने वाला रामचरन मौर्या है। परिजन शिवरतन मौर्या व दीपक मौर्या ने कहा है कि आरोपी पक्ष के महेंद्र सिंह ने करीब 15 लोगों के साथ लाठी डंडे से लैस हो कर धमकी दी। पीड़ित पक्ष ने डायल 100 पर कॉल किया तो पुलिस पहुंची। पुलिस को देखते ही बौखलाए दबंगों ने पीड़ितों पर खाकी के सामने ही हमला कर मारा-पीटा और चले गए थे। पुलिस ने सभी घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया था।
By Ran Vijay Singh