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आजमगढ़

विधानसभा के बाद पंचायत चुनाव में भी सपा ने की सवर्णो की अनदेखी नहीं दिया टिकट

-विधानसभा चुनाव में भी जिले की दस सीटों में से एक पर भी सवर्ण को नहीं दिया था मौका
-पार्टी ने यादव और मुस्लिम को दी विेशेष प्राथमिकता, सुरक्षित सीटों पर भाजपा की काट के लिए अदर दलितों को मौका

आजमगढ़Apr 12, 2021 / 03:47 pm

रफतउद्दीन फरीद

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
आजमगढ़. पंचायत चुनाव की तैयारियों व समर्थित प्रत्याशी उतारने में भाजपा व बसपा से काफी पिछड़ चुकी सपा ने विधानसभा चुनाव की तरह इस चुनाव में भी सवर्णो की अनदेखी की है। अब तक पार्टी ने जिन 50 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है उनमें एक भी सवर्ण प्रत्याशी नहीं है। मुस्लिम और यादव उम्मीदवारों को विशेष तरजीह दी गयी है। खास बात है कि इस चुनाव में देर से ही सही लेकिन पार्टी ने बीजेपी की काट खोजने की कोशिश की है। पार्टी ने आरक्षित सीटों पर भाजपा का वोट बैंक कहे जा रहे अति दलित व अति पिछड़ों को विशेष प्राथमिकता दी है। इससे भाजपा की टेंशन तो बढ़ेगी लेकिन सवर्णो की अनदेखी पार्टी की मुश्किल बढ़ा सकती है।

बता दें कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को यूपी की सत्ता का सेमीफाइनल माना जा रहा है। पंचायत चुनाव के जरिये जहां राजनीतिक दल वर्ष 2022 में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे है वहीं पंचायत चुनाव में बड़ी जीत हासिल कर आम आदमी को यह मैसेज देना चाहते हैं कि उनकी ताकत प्रदेश में बढ़ी है और जन समर्थन उनके साथ है। पंचायत चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के लिए बीजेपी व बसपा पिछले छह महीनें से बूथ स्तर पर काम कर रही है। दोनों ही दलों ने नामाकंन से पहले जिला पंचायत की सभी 86 सीटों पर प्रत्याशी भी उतार दिया है।

सपा पंचायत चुनाव की तैयारी का मामला हो अथवा टिकट घोषणा का समाजवादी पार्टी पिछड़ी हुई है। पार्टी ने 84 सीटों में एक भी सीट पर नामाकंन से पहले उम्मीदवार नहीं उतार पायी। नामाकंन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जब पार्टी ने 46 सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा भी की तो इस सूची में एक भी सवर्ण प्रत्याशी का न होना चैकाने वाला रहा। ऐसा नहीं है कि किसी सवर्ण से सपा से टिकट नहीं मांगा था। पार्टी से जिला पंचायत के कई दावेदार थे लेकिन पार्टी ने उन्हें दरकिनार किया। टिकट में सीधे तौर पर यादव व मुस्लिम मतदाताओं को साधने की कोशिश की गयी। विधानसभा में भी पार्टी ने सवर्ण दावेदारों की अनदेखी की थी। जिसका नुकसान उसे उठाना पड़ा था। अब पंचायत चुनाव की सूची भी चर्चा का विषय बनी हुई है।


समाजवादी पार्टी द्वारा जिला पंचायत सदस्य पद के लिए जारी सूची
वार्ड संख्या— प्रत्याशी का नाम
3 मालटारी– राजेश यादव।
4 बेरमा– सन्तोष कुमार एडवोकेट।
6 आराजी देवारा करखिया–मनभावती।
9 मधनापार- श्रीमती मीरा सरोज।
12 जयराजपुर– श्रीमती चन्द्रकला सरोज पत्नी।
15 कप्तानगंज– संजय यादव।
18 ऊसुर कुढ़वा– श्रीमती मीरा यादव।
19 गौरा हरदो– दिलराज यादव।
21 नन्दना– लक्षिराम वर्मा।
22 तेजापुर– शीतला निषाद।
23 बढ़या– चन्द्रजीत यादव।
24 लेदौरा– हरिकेश यादव।
27 शमसाबाद– डा. मयाराम यादव।
28 मित्तूपुर– आरती यादव।
29 पवई– प्रमोद यादव।
32 फूलपुर– श्रीमती सुमैया बानो।
36 मंजीरपट्टी– शशिकांत यादव।
37 मुड़ियार– रणधीर यादव।
38 राजापुर सिकरौर– श्रीमती शौकत।
39 जगदीशपुर- श्रीमती महमूदा।
40 बड़सरा खालसा– श्रीमती कविता।
41 ददरा भगवानपुर– जगदीश गौतम।
45 जाफरपुर- हाकिम बेग।
47 सेठवल– विजय यादव।
50 गम्भीरवन– श्रीमती कविता यादव
51 आॅवक– ओंकार यादव।
53 रानीपुर रजमो– श्रीमती रिता।
54 मंगरावां रायपुर– सऊद शेख।
58 सुरहन– श्रीमती आशा राजभर।
60 ठेकमा– श्रद्धानन्द यादव।
61 सराय मोहन– श्रीमती उषा।
63 कैथीशंकरपुर– सुनील कुमार सरोज।
64 देवगांव– श्रीमती बिन्दू यादव।
66 बैरीडीह– श्रीमती आफरीन।
67 धरनीपुर रानीपुर– ज्योतिर्मय उर्फ गुड्डू।
68 लहुॅआ कला–अशोक कुमार गौतम।
69 रासेपुर– श्रीमती माधुरी।
70 उचहुॅवा– रामकुॅवर यादव।
71 तरवां— कोमल।
73 कम्हरिया– धर्मेन्द्र राम।
74 बछवल– आशीर्वाद यादव।
75 गौरा– श्रीमती पुष्पा देवी।
76 गोपालपुर– उदयभान सरोज।
77 बड़हलगंज– राधेश्याम भारती।
79 जिगरसण्डी– संजय राम।
80 इब्राहिमपुर– अरविन्द कुमार।

BY Ran vijay singh

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