बता दें कि फूलपुर विधायक अरूण कांत के सहयोग से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान ब्लाक प्रमुख पद पर सपा प्रत्याशी राजेश्वर से मात खाने वाली क्षेत्र पंचायत सदस्य सुनीता द्वारा ब्लाक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। सोमवार को अविश्वास प्रसताव पर बहस और वोटिंग होनी थी। 101 सदस्यों वाली क्षेत्र पंचायत के ज्यादातर सदस्य ब्लाक पर पहुंचे थे लेकिन विपक्षी सदस्य सदन का वाकआउट किये। कोई भी सदस्य सदन में नहीं गया।
केवल सुनीता का समर्थन कर रहे 55 सदस्य ही सभागार में नजर आये। दोपहर 12 बजे अविश्वास प्रस्ताव पर कार्यवाही शुरू हुई तो सभी ने ध्वनिमत से सुनीता का समर्थन किया। फिर 11 सदस्यों का वीडियोग्राफी के माध्यम से लिस्ट से मिलान कर उनका विश्वास मत लिया गया। करीब 2 घंटे की चर्चा के बाद वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हुई। सभी 55 सदस्यों सुनीता ने सुनीता के पक्ष में मतदान किया।
प्रभारी निर्वाचन अधिकारी सुरेश गुप्त, एसडीएम फूलपुर राकेश सिंह, सहायक निर्वाचन अधिकारी आजमगढ़ , नायब तहसीलदार बुढ़नपुर विराग पांडेय, एसडीएम बुढ़नपुर इंद्रभान तिवारी की देखरेख में पूरी प्रक्रिया संपन्न कराई गयी। परिणाम घोषणा के साथ ही अहरौला ब्लाक पर सपा की 20 साल पुरानी सत्ता चली गयी।
जीत के बाद क्षेत्र पंचायत सदस्य जंग बहादुर सिंह ने कहा यह बुराई पर अच्छाई की जीत है। वही फूलपुर विधायक अरुण कांत यादव ने कहा कि जहां विश्वास होता है वहीं राह भी होती है। हमें पूर्ण विश्वास था हमारे साथ जो भी सदस्य जुड़े हैं वे पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ थे। हम भी उनके साथ हमेशा रहेंगे और आगे की भी लड़ाई हम जीतेंगे।