जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि डीजल, पेट्रोल, व गैस के दामों में वृद्धि से आवश्यक वस्तुओं के दाम और किसानों के उपयोग में आने वाली खाद व रासायनिक सामान महंगे हो गये हैं। 2014 में डीजल का दाम 55.48 रूपये था आज 72.42 रुपये हो गया है। पेट्रोल का दाम 72.26 रूपये से बढ़कर आज 80.86 रूपये हो गया है। खाद्य वस्तुओं दाल, तेल आदि के दामों में भारी वृद्धि हो गयी है। सरकार द्वारा बार-बार यह कहा जा रहा है कि गन्ना किसानों का भुगतान कर दिया गया है जबकि गन्ना किसानों का कई हजार करोड़ रूपये अभी मीलों पर बकाया पड़ा है। जिससे लाकडाडन के समय किसान बेहाल हो गया है। विद्युत व्यवस्था चरमरा गयी है जबकि घरेलू व किसानी में उपयोग होने वाली विद्युत दर दोगुनी हो गयी है।
यह भी मांग
समाजवादी पार्टी ने मांग किया कि डीजल व पेट्रोल के दामों में की गयी बढ़ोत्तरी को वापस लिया जाय, घरेलू व ट्यूबेल की बढ़ी हुई विद्युत दरों को घटाया जाय। यूरिया खाद की दामों में वृद्धि को घटाया जाय। गैस के दामों की वृद्धि को वापस लिया जाय। प्रवासी मजदूरों, अन्य मजदूरों व गरीबों को काम व रोजगार मुहैया कराया जाय।