बता दें कि मंगलवार को जिले में 15 लोगों की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आयी थी। जिसमें जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीशियन भी शामिल थे। सभी को राजकीय मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। वहीं पूरे जिला अस्पताल को सेनेटाइज किया गया है। अस्पताल की आपातकालीन सेवा ट्रामा सेंटर में ट्रांसफर कर दी गयी है। संक्रमित चिकित्सक के संपर्क में आने वाले दो दर्जन चिकित्सक व कर्मचारियों का सेंपल मेडिकल कालेज भेजा गया है।
प्रभारी एसआइसी अनूप कुमार सिंह ने बताया कि चिकित्सक के कोराना पाजिटिव होने के बाद सावधानी बरती जा रही है। चूंकि चिकित्सक ने जरूरत पड़ने पर हर जगह अपनी सेवा दी है इसलिए पूरे अस्पताल को सैनिटाइज किया गया है। मरीजों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए इमरजेंसी को ट्रामा सेंटर में स्थापित कर दिया गया। सामान्य ओपीडी पहले से बंद थी लेकिन ऐसा नहीं कि मरीजों को लौटाया जा रहा था। हर आने वाले मरीज को आपात चिकित्सा कक्ष में देखा जाता था और आज भी देखा जा रहा है। सरकार की जो गाइड लाइन है उसका पालन किया जा रहा है।