कृषि विज्ञान केंद्र कोटवा के मौसम वैज्ञानिक डा. तेज प्रताप सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान जवाद के कारण अगले दो से तीन दिन तक वातावरण में नमी में इजाफा होने के साथ आसमान में बादलों की सक्रियता बढ़ सकती है। इस दौरान तापमान में कमी के साथ ही वातावरण में गुलाबी ठंड का असर भी नजर आने लगेगा। पूर्वांचल के जिलों में तेज हवा के साथ बारिश की संभावना है।
उन्होंने बताया कि तूफान की वजह से आजमगढ़, जौनपुर, वाराणसी और आसपास के इलाकों में आसमान बादलों से ढंका रहेगा और मध्यम से लेकर तेज बारिश होने की संभावना है। माना जा रहा है कि अगले दो तीन बरसात के कारण तापमान में गिरावट आएगी। जबकि माह भर में ओस का दौर लोगों को मौसम पूरी तरह बदल जाने का अहसास कराने लगेगा।
डा. तेज प्रताप सिंह के बताया कि पूर्वानुमान के मुताबिक 17 और 18 अक्तूबर को यानी रविवार और सोमवार को इस चक्रवात के असर से पूर्वांचल के जिलों में कई दौर में बारिश भी हो सकती है। बारिश के चलते तापमान में आठ से दस डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।