गौरतलब है कि आज 16 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया है। इसके साथ ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को आम आदमी के लिए खोल दिया गया है। प्रधानमंत्री के लोकापर्ण करने से पहले ही समाजवादी पार्टी के विधायक व पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव, विधायक नफीस अहमद ने जगह-जगह पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकापर्ण कर दिया।
अब पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकापर्ण होने के बाद इसके नाम को लेकर विवाद हो गया है। मुलायम सिंह यादव की सरकार में मंत्री रहे रामआसरे विश्वकर्मा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि सपा की सरकार बनने पर एक्सप्रेस-वे का नाम बदलकर समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे करने का दावा किया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर आज सरकार में मंत्री रह चुके राम आसरे विश्वकर्मा ने लखनऊ से गाजीपुर तक जाने वाली पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का फीता काटकर उद्घाटन किया उसके बाद पुष्प वर्षा भी किया गया। जहां सपा के कार्यकर्ता एक्सप्रेस-वे पर साइकिल चलाकर अखिलेश यादव को बधाई दिया। इस दौरान सपा के पूर्व मंत्री रामआसरे विश्वकर्मा ने कहा कि सरकार जाने के बाद यद्यपि दूसरी सरकार ने घटिया निर्माण कराया है। मोदी-योगी की सरकार पूरे साल अखिलेश यादव के कराये गये विकास कार्यां का फीता काटती रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपनी सरकार में कोई निर्माण नहीं किया। भाजपा, अखिलेश यादव की लोकप्रियता, जनसमर्थन से डर गयी है। उसे मालूम हो गया है कि 2022 में सपा की सरकार बनेगी जिसके कारण अखिलेश यादव का 16 नवम्बर को गाजीपुर से आजमगढ़ आने के कार्यक्रम का परमीशन नहीं दिया। जनता इस बात को जानती है कि आजमगढ़ व प्रदेश का विकास अखिलेश यादव ने किया है। भाजपा जगह-जगह पत्थर लगाकर लोगों का रास्ता रोकने का काम कर रही है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को सिर्फ बीजेपी के लोगों के लिए खोलकर उन्होंने दर्शा दिया है कि भाजपा संकुचित मानसिकता की पार्टी है। सपा की सरकार बनी तो पुनः एक्सप्रेस-वे का नाम बदलकर समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे रखा जाएगा।