बता दें कि 22 जनवरी को मंडल कारागार में तैनात बंदी रक्षक मानसिंह पर जानलेवा हमला हुआ था। हमले में शामिल बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार कॉम्बिंग कर रही थी कि 25 जनवरी की राम में सिधारी थाने हलुआडिह पेट्रोल पंप के पास पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़ हुई जिसमें एक बदमाश मारा गया जबकि एक भागने में सफल रहा था। मुठभेड़ में आरक्षी उदयभान भी घायल हो गया था। मृत बदमाश की पहचान हिस्ट्रीशीटर मुकेश कुमार पुत्र नंदलाल निवासी ग्राम मुतक्कलीपुर थाना पवई के रूप में की गई थी। पुलिस ने उसके पास से एक 9 एमएम पिस्टल, तीन जिंदा और एक खोखा कारतूस तथा टीवीएस स्टार बाइक बरामद की थी।
मुठभेड़ के दौरान फरार हुए दूसरे बदमाश का अब तक पता नहीं चला है। इस घटना के बाद ही कानपुर की रहने वाली पूर्व दस्यु सुंदरी सीमा यादव ने मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए ममाले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। सीमा का आरोप था कि मुकेश उनके यहां
काम करता था और 25 जनवरी को पुलिस ने उसकी बेटी के सामने कानपुर से उठाया। सीमा ने न्याय न मिलने पर दोबारा हथियार उठाने की चेतावनी दी थी। अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि योगी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भी एनकाउंटर पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है। मंत्री ने एक कार्यक्रम के कहा कि सूबे में अपराधियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई ठीक है लेकिन कुछ ऐसे मामले आ रहे हैं जिसमें प्रतीत होता है कि बेगुनाह या कम गुनाह वालों को भी पुलिस फर्जी एनकाउंटर कर मौत की नींद सुला रही है। मुकेश मामले की सीबीआई जांच के बाद इस प्रकरण की भी सत्यता सामने आ जाएगी।
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मुकेश के पिता ने उनसे मुलाकात में कुछ सवाल उठाए थे जो पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर गंभीर संदिग्ध हालात बनाते हैं। इसमें कहा गया है कि चोरी जैसे मामूली अपराध पर पुलिस ने मुकेश पर गैंगस्टर की कार्रवाई की। वह खारिज हो गया तो मुकेश कमाने कानपुर चला गया, जहां से पुलिस ने उसे उठाकर एनकाउंटर कर दिया। इसके बाद पुलिस ने बताया कि वह 50 हजार का इनामी था। पुलिस को यह बताना चाहिए कि आखिरकार इनाम कब घोषित हुआ, हुआ तो क्या इसे सार्वजनिक तौर पर घोषित किया गया। मंत्री के अपराधी के पक्ष में मैदान में उतरने के बाद यह मामला एक बार फिर चर्चा में है। इसके पूर्व ओम प्रकाश राजभर ने आजमगढ़ के अपराधी संजय यादव जिसपर कई संगीन मामले है उसे अपनी पार्टी में शामिल कर चर्चा में रहे है।
BY- RAN VIJAY SINGH