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बच्चे के टिफिन में न रखें कटे हुए फल 

गर्मी में खाने-पीने की चीजों में बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं, जिससे फूड पॉइजनिंग होती है। बाजार में बिकने वाली फू्रट चाट या पहले से पड़ा हुआ जूस।

Jul 31, 2017 / 07:27 pm

विकास गुप्ता

childrens tiffin

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गर्मी के इस मौसम में 1-5 साल के बच्चों में उल्टी व दस्त की शिकायत ज्यादा होने लगती है। ऐसा ज्यादातर फूड पॉइजनिंग के कारण होता है, विस्तार से जानते हैं इसकी वजह और सावधानियों के बारे में।

ये हैं वजह
गर्मी में खाने-पीने की चीजों में बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं, जिससे फूड पॉइजनिंग होती है। बाजार में बिकने वाली फू्रट चाट या पहले से पड़ा हुआ जूस। इस मौसम में मक्खियां ज्यादा बढ़ जाती हैं, जो गंदगी पर बैठकर खाने को दूषित कर देती हैं। जब हम उस भोजन को खाते हैं, तो कीटाणु हमारे शरीर में चले जाते हैं। बाजार में बर्फ के गोले या जूस में बर्फ की सिल्ली को तोड़कर प्रयोग किया जाता है, जो साफ पानी से तैयार नहीं की जाती और उसमें ई-कोली नामक कीटाणु पाया जाता है। 

जब इस दूषित बर्फ से तैयार चीजों को बच्चे खाते या पीते हैं, तो रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने की वजह से वे जल्दी बीमार हो जाते हैं। नुकसान है ज्यादा बड़ों की तुलना में बच्चों को दस्त या उल्टी होने पर डिहाइड्रेशन की समस्या ज्यादा हो जाती है।

बच्चे को हमेशा ताजा फल व ताजा खाना खिलाएं। खाने-पीने की चीजों को ढंककर रखें। बच्चे को कुछ भी खिलाने से पहले उनके हाथ जरूर धुलवाएं। बाजार का जूस या बर्फ का गोला आदि बच्चे को ना दें। टिफिन में बच्चे को कटे फल ना दें क्योंकि 4-5 घंटे में इनमें बैक्टीरिया पनपने का डर रहता है। स्कूल के लिए पानी की बोतल घर से भरकर दें।

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