
बागपत। परिषदीय स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई टेढ़ी खीर साबित हो रही है। बेसिक शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन पढ़ाई के लिए सख्ती तो कर दी है लेकिन अभिभावकों ने ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने टीचरों से ऑनलाइन पढ़ाई के लिए एक सप्ताह के अंदर ब्यौरा मांगा है।
एक सप्ताह में देनी है रिपोर्ट
बेसिक शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन पढ़ाई के लिए सख्ती कर दी है। सभी शिक्षक शिक्षिकाओं से ब्योरा भी मांगा है। बीएसए राजीव रंजन ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से ब्योरा तलब किया है। इसके बाद खंड शिक्षा अधिकारियों ने परिषदीय स्कूलों के हेड मास्टरों, सहायक अध्यापकों से विभिन्न जानकारियां मांगी हैं। इसमें ब्लॉक का नाम, स्कूल का नाम, व्हाट्सऐप ग्रुप से लाभान्वित हुए छात्र-छात्राएं, ऑनलाइन कक्षा में हिस्सा लेने वाले टीचर्स की संख्या व नाम, बच्चों के कितने अभिभावकों से बातचीत हुई, ग्रुप में कराई गई गतिविधियों का नाम व स्क्रीनशॉट तक भेजने के लिए बीएसए ने कहा है। यह रिपोर्ट 1 सप्ताह में भेजनी है।
अध्यापकों के छूट रहे पसीने
इसके लिए अध्यापकों के पसीने छूट रहे हैं। अध्यापक अपनी तैयारियों लगे हुए हैं, लेकिन उनके सामने कई प्रकार की समस्या आ रही हैं। महरमपुर गांव के परिषदीय विद्यालय में टीचर योगेंद्र त्यागी का कहना है कि अधिकांश अभिभावकों को जब भी फोन किया जाता है तो वे व्हाट्सऐप नहीं चलाने की बात कहते हैं। किसी का नंबर आउट ऑफ रेंज है तो किसी के पास व्हाट्सऐप चलाने की सुविधा नहीं है। कोई बच्चा रिश्तेदारी में गया हुआ है तो कोई घर में सुविधा नहीं होने की बात कह रहा है। जिनके बच्चों के पास व्यवस्था हैं, वे लाभ उठा रहे है। आधे से अधिक बच्चों के पास व्हाट्सऐप नहीं है। बीएसए राजीव रंजन का कहना है कि अभी विद्यालयों से रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की रणनीति तय होगी।
बागपत में यह है स्थिति
— परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की संख्या 69836 है
— 20% बच्चों के पास है एंड्राइड मोबाइल की व्यवस्था
Updated on:
23 Apr 2020 05:20 pm
Published on:
23 Apr 2020 05:18 pm
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