दरअसल, बागपत पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि देर रात में कुछ संदिग्ध लोग गांव में घूमकर पशुओं की चोरी करते हैं। पुलिस ने सूचना पर एक संदिग्ध गाड़ी को हाथ दिया तो उसमें सवार आधा दर्जन युवकों ने पुलिस पर फायरिग की। पुलिस ने भी जवाबी फायरिग की बदमाश अहेड़ा के जंगल मे गाड़ी छोड़कर जंगल में छुप गए। जब पुलिस ने जंगल की घेराबंदी कर बदमाशों को आत्मसमर्पण के लिए कहा लेकिन बदमाशों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग की।
सीओ ओमपाल ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। जिनमें से दो तस्करों को गोली लगी है। इनके तीन साथी अंधेरा का फायदा उठाकर फरार हो गए। पुलिस ने इनके कब्जे से एक होंडा सिटी कार, दो तमंचे, जिंदा कारतूस और पशुओं को बेहोश करने वाले इंजेक्शन के साथ-साथ गोकशी करने के उपकरण भी बरामद किए हैं। पुलिस की गिरफ्त में आये तीनों बदमाश दिल्ली के निवासी हैं। तस्करों के आपराधिक इतिहास खंगाले जा रहे हैं और फरार बदमाशों की तलाश की जा रही है।