यह भीपढ़ें : बच्चों में दिखें चमकी बुखार के ये लक्षण तो ऐसे बचाएं जान अधिकारियों की मानें तो बागपत जनपद को 795 क्यूसेक पानी की आवश्यकता है। इसके सापेक्ष बागपत जनपद को ऊपर से केवल 300 क्यूसेक पानी ही दिखाया गया है। जो फजलपुर डिवीजन से छोड़ा गया है, लेकिन जनपद में पानी की स्थिति जब हमने देखी तो 103 क्यूसेक पानी ही जनपद को मिला हुआ पाया। इसका कारण जब सिंचाई विभाग के अधिकारियों से जानना चाहा तो उनका कहना था कि बागपत को मिलने वाला पानी शामली में चोरी किया जा रहा है। जिसके कारण बागपत में पानी की किल्लत है।
उनकी इस बात पर आपको भी हैरानी गो रही होगी, क्योंकि सिचाई विभाग अगर अपने पानी की रक्षा नहीं कर पा रहा तो आखिर कौन करेगा। इसकी पड़ताल की गई तो कागजों में पानी की पूर्ति सिंचाई विभाग द्वारा की जा रही थी। वहीं मीडिया टीम के पहुंचने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सिंचाई विभाग के आला अधिकारी तुरंत पूर्वी यमुना नहर पर पहुंचे और मुजफ्फरनगर से लेकर फजलपुर डिवीजन तक सभी को पानी की स्थिति से अवगत कराया।
जिसके बाद उन्होंने आश्वासन दिया है कि ऊपर से चोरी हो रहा पानी जल्द से जल्द बंद करा कर बागपत के किसानों तक पहुंचाया जाएगा। हालांकि यह पानी कब तक बागपत पहुंचेगा और किसानों को कब मिल पाएगा इसका जवाब अधिकारी नहीं पाए।