इस प्रधान ने अपने गांव की बदल दी आबोहवा, हर कोई कर रहा काम की तारीफ, देखें वीडियो
इतना ही नहीं महिलाओं ने समूह चलाने के लिए भी किसानों को भी प्रेरित किया और एक समूह बनाने के लिए और उससे फायदे की जानकारी लोगों को दी। महिलाओं का कहना था कि 10 महिलाओं का उनका ग्रुप है। सरकार से उनको २ हजार रुपये सहायता के रूप में मिले थे, जिसके बाद वह अब तक 5 से 6 लाख तक का इन्वेस्टमेंट कर चुकी हैं। 10 से 12 हजार रुपये महीना कमाई हो जाती है। महिलाआें की माने तो मार्केट में समान बेचना उनके लिए एक समस्या बनी हुर्इ है। महिला चाहती है कि सरकार व जिला प्रशासन की तरफ से उन्हें सामान बेचने के लिए व्यवस्था करार्इ जाए। ताकि अधिक से अधिक प्रोडक्ट तैयार कर उनके सामान का वाजिब दाम मिल सके। नया सवेरा समूह की संचालिका रेणु ने बताया कि बेरोजगार महिलाओं को भी और रोजगार मिलने की संभावनाएं बढ़ रही है।