ना शौभायात्रा ना प्रतियोगिताएं
ऐसा पहली बार होगा जब जन्माष्टमी निकलने वाली शौभायात्राएं व देवालयों में होने वाली मटकी फोड़ सहित अन्य स्पर्धाएं नहीं होंगी। खेड़ापति आश्रम सामोद महंत प्रेमदास महाराज ने बताया कि 16 वर्षों से जन्माष्टमी पर शोभायात्रा निकाली जाती है। साथ ही मटकी फोड़ माखन चोर सहित अन्य स्पर्धाएं होती हैं, लेकिन कोरोना के चलते इस बार शोभायात्रा नहीं निकलेगी। जन्माष्टमी पर आश्रम को गंगाजल से शुद्ध कर फूलों व गुब्बारों से सजाया जाएगा। साथ ही ठाकुरजी का दुग्धाभिषेक कर झांकी सजाई जाएगी। रात 8 से 12 बजे तक भजन व सत्संग होगा। रात 12 बजे ठाकुरजी का पंचामृत से अभिषेक कर झांकी सजाई जाएगी। आश्रम में भक्तों के प्रवेश पर रोक रहेगी।
भगवान की पोशाक तैयार करने में जुटे बच्चे
चौमूं. जन्माष्टमी को लेकर लोगों ने तैयारी पूरी कर ली है। इस बार घरों में ही जन्माष्टमी मनाई जाएगी। महोत्सव को लेकर मंगलवार को बच्चे मिनल, तन्नु, शिवानी और राम ने श्रीलड्डू गोपालजी की पोशाक, मुकुट आदि अपने घर में बनाए। बुधवार को यह पोशाक भगवान को धारण करवाई जाएगी।
जैतपुरा. कोरोना जन्माष्टमी पर भी भारी पड़ रहा है। जहां श्रद्धालुओं को बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा। प्रवेश करने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करना होगी। जैतपुरा के मुख्य बाजार स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर में भी अनेक प्रकार की झांकियां सजाकर पर्व मनाया जाएगा। अनंतपुरा स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर में भी अनेक प्रकार के कार्यक्रम होंगे। महंत सुरेशकुमार शर्मा ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के साथ दर्शन कराए जाएंगे। सोशल मीडिया पर भी झांकियों के श्रद्धालु लाइव दर्शन कर सकेंगे। मंदिर प्रबंधन ने तैयारियां कर ली हैं। श्रद्धालुओं को मास्क पहनकर आने पर ही प्रवेश मिलेगा। मुख्य द्वार पर सेनेटाइजर रखा होगा।