जानकारी के अनुसार कालख के सोहनों वाली ढाणी निवासी मदन जाखड़ ने मामला दर्ज कराया की उसका भाई श्योकरण जाखड़ 8 अप्रेल को नारायण के साथ किसी के यहां बैठक में जाने की कहकर गया था। वहां से वह नारायण के साथ आसलपुर नोदलों की ढाणी गया, वहां हनुमान, कानाराम व अन्य और दो-तीन जने थे। फिर वे उसे वहां से अपनी गाड़ी में बिठाकर जोबनेर ले आए और उसे चौसला ले गए। रास्ते में उसके भाई के साथ मारपीट की एवं जान से मारने की और बच्चों को उठाने की धमकी दी। मदन के पास उसी दिन उसकी बहन का फोन आया और बोली कि श्योकरण का कोई झगड़ा है, उसको यहां से लेकर चले जाओ। फिर मदन ने अपने रिश्तेदार राजू को फोन किया और वह चौसला जाकर उन लोगों के पास से श्योकरण को छुड़ाकर घर ले आया।
इस दौरान आरोपियों ने कहा कि इसको तभी लेकर जाना जब कल वापस लेकर आओ। राजू को श्योकरण ने रास्ते में बताया कि उसके साथ मारपीट भी की और धमकी भी दी है। इसके बाद दूसरे दिन 9 अप्रेल को श्योकरण घर से सुबह रामचंद्र के साथ गया था तब से फोन बंद कर लिया। उसने रात को परिवार वालों को फोन किया और कहा कि यह लोग मारने की धमकी दे रहे हैं और अब मैं मर रहा हूं। मेरे बच्चों का ध्यान रखना। परिवार के लोग रात को पुलिस थाने पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज कराकर उसे ढूंढने का प्रयास किया। बुधवार को को श्योकरण का शव पेड़ पर लटका मिला।