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खेतों में फैली सफेद लट, फसल हो रही चौपट

चौमूं उपखण्ड में 200 हैक्टेयर से अधिक क्षेत्र प्रभावित, मूंगफली व बाजरे की फसल को नुकसान

बगरूAug 04, 2018 / 10:55 pm

Kashyap Avasthi

farmer in tantion of chomu rural area

खेतों में फैली सफेद लट, फसल हो रही चौपट

गोविन्दगढ़ . पिछले दिनों चौमूं उपखण्ड में हुई बारिश से किसानों में खरीफ की अच्छी फसल होने की उम्मीद जगी थी, लेकिन उपखंड के पश्चिम क्षेत्र में फसल में दिख रही सफेद लट ने किसानों की नींद उड़ा दी है। स्थिति यह है कि सावन में बारिश नहीं होने से फसल सूखने की चिंता तो दूसरी तरफ सफेद लट लगने से बाजरा, मूंगफली, मूंग व मोठ की फसल खराब हो रही है। यूं तो चौमूं उपखण्ड़ में सफेद लट का प्रकोप अधिकतर गांवों में है। गोविंदगढ़ सहित एक दर्जन से अधिक गांवों में फसल खराब होने की कगार पर है। पौध में जड़ों में सफेद लट देखी जा रही है। जो फसलों को खराब कर रही है। लट के बढ़ते प्रकोप के चलते किसानों की नींद उड़ गई है। कृषि विभाग के सूत्रों की मानें तो मौसम बदलने के कारण सफेद लट का प्रकोप अधिक दिखाई दे रहा है। आधा सावन का महीन निकल गया, लेकिन बारिश नहीं होने से सफेद लट खेतों की ऊपरी सतह पर आ गई। बारिश होती रहे तो लट जमीन में गहराई में चली जाती है, जिससे असर कम होता है।
खेतों का किया सर्वे
सफेद लट के प्रकोप बढऩे की शिकायतों पर कृषि विभाग के निर्देश पर सहायक कृषि अधिकारी गोविन्दगढ़ भगवानसहाय, कृषि पर्यवक्षक करणसिंह शेखावत, सीताराम शर्मा ने क्षेत्र में सर्वे कर रिपोर्ट सहायक कृषि निदेशक विस्तार झोटवाड़ा को भेज दी है, जिससे किसानों को सब्सिडी पर दवा मिल सके। चौमूं उपखण्ड क्षेत्र में करीब 200 हैक्टेयर क्षेत्र लट से प्रभावित हैं। ज्ञात रहे कि चौमूं उपखण्ड के पश्चिमी क्षेत्र में मूंगफली उत्पादन सबसे अधिक होता है। ऐसे में दवाओं का प्रयोग भी होता है। दवा के अधिक प्रयोग से सफेद लट प्रतिरोधक क्षमता बढ़ रही है, जिससे दवा भी बेअसर हो रही है।
ऐसे करें रोकथाम
कृषि पर्यवेक्षकों ने बताया कि बरसात के शाम में प्रकाश पॉश का उपयोग कर भंवरों को खेतों में आने से रोकें जिससे मादा भंवरे खेतों में अण्ड़े नहीं दें। साथ ही जैसे ही सफेद लट का असर खेत में दिखने लगे तो इमीडोक्लोपीरड 150 एमएल, क्युनाल फॉश 300 एमएल प्रति कच्चा बीघा खेत में उपयोग कर फव्वारा चला दें। इससे लट का प्रकोप कम होगा।
भंवरों के अण्डों से बनती है लट
कृषि पर्यवक्षक करणसिंह शेखावत ने बताया कि सफेद लट बरसात में शाम को आने वाले भंवरों के कारण पनपती है। एक पखवाड़ा पहले बारिश का दौर चला था। ऐसे में खेतों में उडऩे वाले मादा भंवरे के अण्डे देने से उनके भ्रूण से सफेद लट पनपती है।

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