वार्ड पार्षद मनोज सैनी व मोती गौड़ ने वार्ड परिसीमन में सीमाओं में फेरबदल कर चहेतों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया। पार्षद मोती गौड़ ने कहा कि प्रस्ताव पर कार्रवाई नहीं हुई तो उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर की जाएगी। सदस्यों ने कहा कि पालिका प्रशासन के पास विकास कार्यों के लिए बजट नहीं है, जबकि दूसरी ओर पालिका ने एक महीने में डेढ़ लाख रुपए फोटो कॉपी कराने पर खर्च कर दिए जो पालिका में भ्रष्टाचार को दर्शाता है। हटाए गए कर्मचारी चन्द्रभान व जयदेव को पुन: लगाने का प्रस्ताव पारित किया।
सदस्यों ने कहा कि पालिका का प्रशासन बोर्ड अध्यक्ष के अधीन संचालित होना चाहिए। इसमें बाहरी लोगों का हस्तक्षेप बंद होना चाहिए। सदस्यों ने वैल में आकर भ्रष्टाचार बंद करो, तानाशाही नहीं चलने के नारे लगाए। सदस्यों ने इओ को राजनीति नहीं विकास कार्य करने की नसीहत दे डाली।
सदस्यों ने आरोप लगाया कि पालिका में बिजली का सामान आए बिना ही लाखों रुपए का भुगतान हो गया। कई वर्षों से रामलीला व गौशाला में आर्थिक सहायता की जा रही है, लेकिन इस बार इनको सहयोग नहीं करने पर लोगों में नाराजगी है। सदस्यों के दबाब के चलते अगली बैठक 5 मार्च को करने का निर्णय किया। सदस्य प्रह्ललाद वाल्मीकि ने कहा कि उनके वार्ड में एक मकान में गंदा पानी भरने से पीडि़त परिवार धर्मशाला में रहने को विवश है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। बुद्धराम आर्य ने नागाजी गौर मोक्षधाम की गुम हुई पत्रावली की तलाश कर निर्माण कार्य प्रारम्भ करवाने की बात कही। रामकरण सूद ने स्वीकृत निर्माण कार्य निरस्त करने का मुद्दा उठाया।