चौमूं में चौपड़ पर समारोह समिति के संयोजक मृत्युंजय आत्रे, विश्व हिन्दू परिषद के जिला मंत्री डॉ. मुकेश शर्मा, राष्ट्रीय स्वयं संघ के अटल मेठी, यज्ञदत्त शर्मा, सुरेश गोदारा, राजेश गौरा, संयुक्त व्यापार मंडल के अध्यक्ष पदमचंद जैन, शिवसेना के कानाराम सैनी, मदनलाल नासना, जीएसएस तंवर, हनुमान बागड़ा समेत विभिन्न संगठनों के लोगों ने काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में सुबह रामधुनी की। इसके बाद ये लोग चौपड़ पर सुबह 10.15 बजे जमा हुए। यहां हुई बैठक में समिति के लोगों ने रैली के रूट के प्रति पुलिस रवैये की निंदा की। वक्ताओं ने कहा कि किसी भी हाल में रैली का रूट नहीं बदला जाएगा। रैली पुराने मार्ग से शांतिपूर्ण तरीके से निकाली जाएगी। वक्ताओं ने कहा कि जब रूट के आस-पास रहने वाले लोगों को रैली से कोई आपत्ति नहीं है तो फिर आखिर किसे आपत्ति है। पुलिस प्रशासन आपत्ति करने वाले लोगों को सामने लाए। करीब 25 मिनट तक चली इस बैठक के बाद समिति के पदाधिकारी व कार्यकर्ता रैली के रूप में रावण गेट स्थित समिति के प्रधान कार्यालय पहुंचे, जहां बंद में समर्थन देने के लिए सभी व्यापार मंडलों का आभार जताया।
सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
भगवा रैली आयोजकों के बंद के आह्वान के बाद पुलिस प्रशासन ने मंगलवार को सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए। शहर के प्रमुख स्थानों, तिराहे-चौराहों एवं बाजारों में अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया। पुलिस वाहन घूमते रहे। संकड़ी गलियों व मोहल्लों में बंद के दौरान घुड़सवार पुलिसकर्मी गश्त करते नजर आए, जिसके चलते शहर में शांति-व्यवस्था बनी रही।
समिति संयोजक आत्रे ने बताया कि हिन्दू नववर्ष समारोह समिति की ओर से सुभाष सर्किल चौमूं पर गुरुवार सुबह 9.15 बजे से धूलंडी महोत्सव मनाने का निर्णय किया है, जिसमें बड़ी संख्या में चौमूं उपखंडक्षेत्र के लोग शामिल होंगे।
एसीपी चौमूं फूलचंद मीना ने बताया कि बंद के दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए चौमूं, हरमाड़ा, विश्वकर्मा, वैशालीनगर, चित्रकूट समेत आस-पास के कई पुलिस थानों का जाब्ता एवं संबंधित थानाधिकारी तैनात किए।खुद डीसीपी विकास शर्मा, एडीसीपी बजरंग सिंह, एसीपी रायसिंह बेनीवाल व रेवतदान सिंह, चौमूं थानाधिकारी हेमराज सिंह आदि भी अलर्ट रहे। थाने में सुबह से ही पुलिस अधिकारियों का आना-जाना लगा रहा।