ये लगाए चौकी पुलिस पर आरोप
धरनार्थियों का आरोप था कि मारपीट के बाद बंशीधर लहूलुहान हालत में खेजरोली चौकी पहुंचा। लेकिन वहां मौजूद हैड कांस्टेबल शिवपाल ने सुनवाई नहीं की। परिजन बंशीधर को लेकर गोविन्दगढ़ थाने पहुंचे। पीछे से हैड कांस्टेबल शिवपाल भी थाने पहुंच गया, जबकि आरोपी पूर्व से थाने में मौजूद थे। हैड कांस्टेबल ने एक ही गांव के होने की बात कह कर रिपोर्ट दर्ज नहीं की। परिजनों की जिद पर करीब ८ बार रिपोर्ट बदलने के बाद रिपोर्ट ली। २३ जुलाई को जब घायल बंशीधर की तबियत बिगड़ी तो साधारण मामला दर्ज कर लिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। परिजनों का कहना है कि हैड कांस्टेबल ने आरोपियों के अधिक चोट लगने तथा उनका केस मजबूत होने की बात भी कही, जबकि बुधवार देर रात को बंशीधर की इलाज के दौरान मौत हो गई।
बंशीधर की मौत से गुस्साए परिजन तथा ग्रामीण थाना परिसर मेें धरने पर बैठ गए। मामले की गम्भीरता को लेकर जयपुर ग्रामीण एएसपी श्यामसिंह, गोविन्दगढ़ सीओ शैतान सिंह सहित जयपुर लाइन से अतिरिक्त जाब्ता थाने पहुंचा, लेकिन परिजन एवं ग्रामीण दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने तथा आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े रहे। एएसपी ने पूर्व प्रधान भगवानसहाय धांसिल, पूर्व सरपंच नन्दकिशोर यादव सहित मृतक के परिजनों को बुलाकर थानाधिकारी कक्ष में मामले की जानकारी ली। इसके बाद उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया। एडिशनल एसपी ने एसपी को मामले से अवगत करवाया। एएसपी ने धरनार्थियों को पुलिसकर्मियों के खिलाफ, मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम एवं आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन देकर मामला शांत किया। बाद में ग्रामीण एसपी शंकर दत्त शर्मा ने खेजरोली चौकी प्रभारी हैड कांस्टेबल शिवपाल को निलम्बित कर दिया तथा चौकी में तैनात पुलिसकर्मी सुरज्ञान, अशोक कुमार, लालचंद, जगदीश व महेश कुमार को जिला पुलिस लाइन भेजने के आदेश जारी किए।