कोरोना में निर्माण रहा बंद
ठेकेदार अजीत गोयल ने बताया कि सामोद सीएचसी के नवीन भवन निर्माण का कार्य 10 जून, 2019 को शुरू कराया था। करीब पांच करोड़ पच्चीस लाख रुपए की लागत से बनने वाले नवीन भवन के निर्माण का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा था। नवंबर, 2020 तक निर्माण कार्य पूर्ण करने की सभी तैयारियां कर रखी थी, लेकिन कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन से समस्या बढ़ गई। निर्माण कार्य में जो लेबर काम कर रही थी, वो सभी दूसरे स्टेट की है। लॉकडाउन के चलते लेबर की समस्या बढऩे से निर्माण कार्य पूर्ण होने में तीन-चार माह का समय बढ़ गया है, जो भवन नवंबर तक तैयार होने वाला था। अब उस भवन के लिए फरवरी या मार्च 2021 तक इंतजार करना पड़ेगा।
भवन के अभाव में सुविधाओं से जूझता सीएचसी
स्कूल भवन में जगह नहीं होने से एक्स-रे मशीन को भी स्कूल भवन में शुरू नहीं कराया जा सका। बालिका विद्यालय भवन में जगह के अभाव के चलते एक्स-रे मशीन को शिफ्ट नहीं कया जा सका। एक साल से एक्स-रे मशीन सीएचसी के पुराने भवन के एक बंद कमरे में धूल फांक रही है। इससे मरीजों को एक्सरे के लिए अन्यत्र भटकना पड़ रहा है, जबकि यहां एक्स रे मशीन के साथ दो सहायक रेडियोग्राफर सीएचसी में अन्य कार्य देखने को मजबूर हैं। स्कूल भवन में जगह के अभाव के कारण पुरुष व महिला वार्ड एक ही कमरे व बरामदे में चलाया जा रहा है। फिलहाल सीएचसी संचालित है। वहा पार्र्किंग के लिए जगह नहीं होने से सीएचसी के सामने जाम लगा रहता है। (निसं.)
हां, निर्माण गति रुक गई है
नवीन भवन निर्माण के कारण सीएचसी को स्कूल के खाली भवन में शिफ्ट किया गया था, लेकिन जगह के अभाव के चलते काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। एक्स-रे मशीन भी लगभग एक माह से बंद है। लॉकडाउन के कारण निर्माण गति रुक गई है, जिससे कार्य पूर्ण होने में तीन-चार माह का समय बढ़ गया है।
डॉ. सुभाष जाट, एसीएचसी प्रभारी सामोद