कोविड-19 के चलते अब सीएचसी में सख्त जरूरतमंद रोगी ही अस्पताल आ रहे हैं। सीएचसी में आने वाले आसपास के गांव-ढाणियों के रोगी लॉक डाउन के चलते नहीं पहुंच पा रहे हैं। इससे भी सीएचसी के आउटडोर में कमी आई है।
सूने पड़े दवा व पंजीयन काउंटर
सूने पड़े दवा व पंजीयन काउंटर
सरकारी अस्पताल में मरीज नहीं आने से नि:शुल्क दवा वितरण और पंजीयन काउंटर सूने पड़े हैं, लेकिन सरकार की एडवाइजरी के चलते अतिआवश्यक सेवा होने से कार्मिक अपनी ड्यूटी को सुबह ९ से दोपहर ३ बजे तक अंजाम दे रहे हैं। वहीं इमरजेंसी में हमेशा एक चिकित्सक तैनात है।
भय के फेर में आ रहे कई लोग
भय के फेर में आ रहे कई लोग
जानकार सूत्रों के अनुसार अस्पताल में जो रोगी चिकित्सक से उपचार लेने के लिए आ रहे हैं। उनमें से आधे तो हल्की जुखाम, बुखार व खांसी के रोगी हैं। चिकित्सक को दिखाने के बाद उनको संतुष्टि मिलती है कि कोरोना के रोगी नहीं हैं।
– मौसम में आए बदलाव के चलते अस्पताल में सर्दी, जुकाम, खांसी व हल्की बुखार के मरीज आ रहे हैं। जिनकी जांच करवाकर दवा उपलब्ध कराई जा रही है।
डॉ. अनिल सैन, वरिष्ठ फिजिशियन
राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय, चौमूं
डॉ. अनिल सैन, वरिष्ठ फिजिशियन
राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय, चौमूं